डीएसपी और महिला सिपाही होटल के रूम में पकड़े गए: अप्रत्याशित कार्रवाई
डीएसपी और महिला सिपाही एक होटल के कमरे में पकड़े गए, जिसके बाद हुई कार्रवाई ने सबको चौंका दिया। जानें पूरी घटना और इसके परिणाम।
महिला सिपाही के साथ पकड़े गए डीएसपी, होटल के रूम में थे दोनों, हुई ऐसी कार्रवाई, कोई सोच भी नहीं सकता
उत्तर प्रदेश के एक प्रमुख शहर में एक चौंकाने वाली घटना सामने आई है जहां एक डीएसपी (डिप्टी सुपरिटेंडेंट ऑफ पुलिस) को एक महिला सिपाही के साथ एक होटल के कमरे में पकड़ा गया। यह घटना शहर में चर्चा का विषय बन गई है और पुलिस विभाग की छवि पर गंभीर प्रश्न खड़े कर दिए हैं।
Table of Contents
- घटना का विवरण
- डीएसपी और महिला सिपाही की पहचान
- पुलिस विभाग की प्रतिक्रिया
- कार्रवाई और इसके प्रभाव
- जनता और मीडिया की प्रतिक्रिया
- भविष्य की योजनाएँ
- समाप्ति और निष्कर्ष
घटना का विवरण
जांच रिपोर्ट के अनुसार, बीघापुर के पूर्व सीओ (डिप्टी एसपी) कृपा शंकर कनौजिया, जो महिला सिपाही के साथ कानपुर की एक होटल में रात बिताते हुए गिरफ्तार किया गया था, को डिमोट कर सिपाही बनाया गया है। यह मामला जुलाई 2021 का है, जब कृपा शंकर ने एक दिन एसपी से छुट्टी मांगी और कहा कि वे "गायब" हो गए थे। उन्हें इस विवादग्रस्त मामले में लंबी जांच-पड़ताल के बाद डिमोशन कर दिया गया है।
वास्तव में, बीघापुर सर्किल के पूर्व सीओ कृपा शंकर कनौजिया ने 6 जुलाई 2021 को एसपी उन्नाव से पारिवारिक कारणों से छुट्टी मांगी थी और घर से चले गए। जब वे घर नहीं पहुंचे और उनके सारे फोन बंद आ रहे थे, तो उनकी पत्नी को अनहोनी की आशंका हुई और उन्होंने एसपी से ही जांच करने का आग्रह किया। अब पूरे जिले में सर्विलांस और पुलिस ने कृपा शंकर कनौजिया की खोज शुरू कर दी। स्थिति से पता चला कि वे कानपुर में हैं।
डीएसपी और महिला सिपाही एक होटल कमरे में मिले
पुलिस की एक टीम ने फीलखाना थाना क्षेत्र के होटल मंदाकिनी में इस पर पूछताछ की। सीओ और महिला सिपाही एक ही कमरे में बैठे थे। पुलिस ने सीओ से पूछा तो पता चला कि वे छुट्टी पर आए थे और उनके साथ एक बालिग महिला थी. दोनों ने होटल को अपने-अपने पहचान पत्र दिए थे। पुलिस टीम जानकारी लेकर वापस आई। यह घटना विभाग को बहुत बदनाम कर दी और कुछ सीसीटीवी फुटेज और वीडियो भी वायरल हुए।
इस बीच, कृपाशंकर की पत्नी ने सीओ का नंबर बंद होने से परेशान होकर उन्नाव एसपी से सहायता मांगी। एसपी ने सर्विलांस टीम को लगाया क्योंकि किसी अनहोनी की आशंका थी. पता चला कि सीओ कनौजिया का मोबाइल कानपुर के एक होटल में आकर स्विच ऑफ हो गया था। उस होटल में जहां कनौजिया का स्थान पता चला था, उन्नाव पुलिस पहुंची। कनौजिया एक महिला सिपाही के साथ पुलिसकर्मियों को मिले।
बताया जा रहा है कि पुलिस ने सीओ से जुड़े वीडियो को सबूत के तौर पर अपने पास रखा है। होटल में पहुंचते ही सीओ और महिला पुलिसकर्मी सीसीटीवी में कैद हो गए। इस घटना के बाद, विभाग की छवि खराब होने के कारण रिपोर्ट शासन को भेजी गई।पूरे मामले की जांच के बाद, शासन ने कृपा शंकर कनौजिया को रिवर्ट कर सिपाही बनाने की सिफारिश की. इसके बाद, एडीजी प्रशासन ने सीओ को सिपाही बनाने का आदेश दिया।
छुट्टी लेकर होटल में एक महिला सिपाही से अय्याशी करने वाले डिप्टी एसपी को सिपाही बनाया गया है। डीजीपी मुख्यालय की जांच के बाद डिप्टी एसपी को बढ़ा दिया गया है। यह मामला 2021 का है। उन्नाव में तैनात डिप्टी एसपी को छुट्टी मिलने पर कानपुर के होटल में एक महिला सिपाही के साथ गिरफ्तार किया गया था। इसके बाद से मामले की जांच शुरू हो गई थी।
महिला के सिपाही के साथ होटल में पकड़े गए थे
वास्तव में, कृपाशंकर कनौजिया, जो पहले डिप्टी एसपी थे, 2021 में उन्नाव के बीघापुर में सिपाही थे। वह छुट्टी पर थे और अपना व्यक्तिगत मोबाइल और सीयूजी बंद करके गायब हो गए. उनकी पत्नी ने फोन किया तो मोबाइल स्विच ऑफ हो गया। तब उन्होंने सीओ कृपा शंकर की हत्या की आशंका जताकर पुलिस में शिकायत की। एसपी उन्नाव ने फिर सक्रियता दिखाई और सर्विलांस की मदद से उनके स्थान का पता लगाया गया। कृपाशंकर को पुलिस ने कानपुर में एक होटल में महिला पुलिसकर्मी के साथ देखा। बाद में डीजीपी ने उन्हें सस्पेंड करके विभागीय जांच की मांग की।
कार्रवाई और इसके प्रभाव
जांच कमिटी की रिपोर्ट आने के बाद, डीएसपी और महिला सिपाही दोनों को निलंबित कर दिया गया है। इसके अलावा, उन पर विभागीय अनुशासनात्मक कार्रवाई भी की जा रही है। इस घटना से पुलिस विभाग की छवि को धक्का लगा है और जनता में विश्वास कम हुआ है।
5. जनता और मीडिया की प्रतिक्रिया
जनता और मीडिया दोनों ने इस घटना पर कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त की है। लोगों का मानना है कि पुलिस जैसे महत्वपूर्ण विभाग में इस तरह की घटनाएं नहीं होनी चाहिए और दोषियों को सख्त सजा मिलनी चाहिए।
6. भविष्य की योजनाएँ
पुलिस विभाग ने इस घटना के बाद आंतरिक अनुशासन और नैतिकता को मजबूत करने के लिए नई नीतियों और प्रशिक्षण कार्यक्रमों की योजना बनाई है। इससे भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोका जा सकेगा।
7. समाप्ति और निष्कर्ष
इस घटना ने पुलिस विभाग की नैतिकता और अनुशासन पर गंभीर सवाल खड़े किए हैं। हालांकि, विभाग ने त्वरित कार्रवाई करके यह संदेश देने की कोशिश की है कि किसी भी तरह की अनुशासनहीनता बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
Frequently Asked Questions (FAQs)
1. कौन से अधिकारी पकड़े गए थे?
- एक डीएसपी और एक महिला सिपाही को होटल के कमरे में पकड़ा गया था। उनकी पहचान अभी तक सार्वजनिक नहीं की गई है।
2. पुलिस विभाग ने क्या कार्रवाई की?
- पुलिस विभाग ने दोनों अधिकारियों को निलंबित कर दिया है और उनके खिलाफ विभागीय अनुशासनात्मक कार्रवाई शुरू कर दी है।
3. इस घटना का जनता पर क्या प्रभाव पड़ा है?
- इस घटना से जनता में पुलिस विभाग के प्रति विश्वास कम हुआ है और लोगों ने कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त की है।
4. पुलिस विभाग ने भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए क्या कदम उठाए हैं?
- पुलिस विभाग ने आंतरिक अनुशासन और नैतिकता को मजबूत करने के लिए नई नीतियों और प्रशिक्षण कार्यक्रमों की योजना बनाई है।
5. मीडिया की प्रतिक्रिया क्या रही?
- मीडिया ने इस घटना को गंभीरता से कवर किया और पुलिस विभाग की छवि पर उठे सवालों को प्रमुखता से दिखाया।
तो आज हमने आपको डीएसपी और महिला सिपाही होटल के रूम में पकड़े गए: अप्रत्याशित कार्रवाई के बारे में जानकारी दी। अगर आपको यह जानकारी पसंद आई हो तो कृपया इसे अपने दोस्तों के साथ शेयर करें और हमें फॉलो करना न भूलें।
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