पहली हार का सबक और मैच का प्रेशर: टीम इंडिया ने 100 रन से जिम्बाब्वे को ऐसे धोया!

जानिए कैसे टीम इंडिया ने पहली हार का सबक सीखकर मैच के प्रेशर में बेहतर प्रदर्शन किया और जिम्बाब्वे को 100 रन से हराया। इस लेख में उनके उत्कृष्टता के पीछे के कहानी को जानें।

पहली हार का सबक और मैच का प्रेशर: टीम इंडिया ने 100 रन से जिम्बाब्वे को ऐसे धोया!
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टीम इंडिया ने जिम्बाब्वे को 100 रन से हराया: पहली हार का सबक और मैच का प्रेशर

Table of cantet

  • प्रस्तावना
  • पहली हार का सबक
  • मैच का प्रेशर
  • प्रश्नोत्तरी (FAQs)

प्रस्तावना

टीम इंडिया ने अपने नवाजवान खिलाड़ियों के जरिए जिम्बाब्वे के खिलाफ एक शानदार प्रदर्शन किया और मैच को 100 रन से जीता। इस मैच में उन्होंने न केवल बल्लेबाजी और गेंदबाजी में सजीवता दिखाई, बल्कि प्रतिस्पर्धा के दबाव को भी संभाला। इस लेख में हम देखेंगे कि इस जीत से टीम इंडिया ने कैसे एक महत्वपूर्ण सीख प्राप्त की और कैसे वे अपने अगले मैचों के लिए तैयार हैं।

T20 विश्व कप के बाद टीम इंडिया ने पहली बार जीत हासिल की है। टीम ने जिम्बाब्वे को 100 रन से दूसरे T20I मैच में हराया। टीम इंडिया ने जिम्बाब्वे को बैटिंग, बोलिंग और फील्डिंग में हराया। पहले मैच में हार के बाद टीम की आलोचना होने लगी। टीम के बेंच स्ट्रेंथ पर लोग प्रश्न उठाने लगे। लेकिन अभिषेक शर्मा की शानदार सेंचुरी और रवि बिश्नोई की किफायती गेंदबाजी ने दिखाया कि टीम के युवाओं में काफी दमखम है। Abhishek Sharma ने अपने शतक के लिए प्लेयर ऑफ द मैच अवार्ड जीता। 

पहली हार का सबक

मैच की शुरुआत में टीम इंडिया ने अपनी पहली हार से बड़ी सीख हासिल की है। इस मैच में उन्होंने दिखाया कि अगर वे शुरुआत में स्थिर रहते हैं और समर्थता से खेलते हैं, तो उन्हें अच्छा स्कोर बनाने की क्षमता मिलती है। बल्लेबाजों ने बहुत ही सजीव और नियमित बल्लेबाजी की, जिससे टीम को एक स्थिर प्लेटफॉर्म मिली। इससे स्पष्ट हुआ कि मैच की शुरुआत में स्थिर रहना और विश्वास बनाए रखना कितना महत्वपूर्ण होता है।

मैच का प्रेशर

जिम्बाब्वे के साथ इस मैच में, टीम इंडिया ने प्रतिस्पर्धा के दबाव को संभालने में बड़ी मेहनत की। मैच के दौरान विभिन्न पलों में जब जरूरत पड़ी, खिलाड़ियों ने ठोस प्रदर्शन किया और दबाव को संभाला। बल्लेबाजों ने बड़े ही सावधानीपूर्वक और स्थिरता से खेला, जबकि गेंदबाजों ने अच्छी तरह से अपनी गेंदबाजी को संभाला। इससे स्पष्ट हुआ कि उन्होंने मैच के प्रेशर को संभालने में सफलता प्राप्त की और अपनी क्षमता का परिचय दिया।

मैच का रिपोर्ट कार्ड

जिम्बाब्वे के लिए ये मैच बहुत कठिन थे। टीम को 20 ओवर में 235 रन चाहिए थे। लेकिन जिम्बाब्वे के बैट्समैन लगातार विकेट खो देते हैं। टीम का पहला विकेट पारी की तीसरी गेंद पर गिर गया जब ओपनर इनोसेंट काइया चार रन बनाकर आउट हो गए। इसके बाद ब्रायन और वेसले ने 36 रन बनाए। दोनों बल्लेबाजों ने लय पकड़ने लगे ही थे कि मुकेश ने ब्रायन को 8 गेंदों पर 26 रन बनाते हुए क्लीन बोल्ड कर दिया।

टीम को ब्रायन का विकेट गिरने के बाद कई झटके लगे। जिम्बाब्वे के सात बैट्समैन 76 रन के अंदर पवेलियन लौट गए। ल्यूक और मधेवेरे के सिवा टीम के अन्य बल्लेबाजों ने महत्वपूर्ण बल्लेबाजी नहीं की। टीम के लिए वीजली मधेवेरे ने सबसे अधिक 43 रन बनाए। वहीं, ल्यूक जोंगवे ने टीम को 33 रन दिये। लेकिन स्टराइक रेट में भी इन दोनों की पारी बहुत धीमी रही। 18.4 ओवर में टीम 134 रन पर ऑलआउट हो गई। भारत के लिए रवि बिश्नोई ने 4 ओवर में महज 11 रन देकर दो विकेट झटके। मुकेश कुमार और आवेश खान 3-3 विकेट हासिल किए।

टीम इंडिया ने इससे पहले टॉस जीतकर पहले बैटिंग करने का निर्णय लिया। टीम इंडिया ने 20 ओवर में अभिषेक शर्मा के शतक की मदद से बड़ा स्कोर बनाया। कप्तान शुभमन गिल के पहले ओवर में विकेट गिरने के बाद अभिषेक और रुतुराज गायकवाड़ ने शुरुआत में संभलकर खेलना शुरू किया।

 लेकिन आठवें ओवर में शर्मा ने अगली बार 12 गेंदों पर 39 रन बनाए। उन्होंने 47 गेंदों में 100 रन बनाए। रुतुराज ने भी इतने ही गेंदों में 11 चौके और 1 छक्का की मदद से 77 रन बनाए। Abhishek के बाहर निकलने के बाद रिंकू सिंह ने गायकवाड़ को अच्छा साथ दिया। 22 गेंदों पर 48 रन बनाए। रिंकू ने अपना अपनी पारी में पांच छक्के और दो चौके लगाए।

द्रविड़ के अचीवमेंट्स

दुनिया के सर्वश्रेष्ठ टेस्ट और वनडे खिलाड़ियों ने ही 10 हज़ार रन बनाए हैं। उनमें से एक राहुल द्रविड़ हैं। एक खिलाड़ी के रूप में, वे विकेट पर खड़े रहकर टीम को मदद करते हैं। उन्होंने एक कोच के रूप में कई उपलब्धियां हासिल की हैं। 2021 में T20 वर्ल्डकप के बाद द्रविड़ ने टीम इंडिया को ढाई साल के भीतर चैंपियन बनाने में महत्वपूर्ण योगदान दिया।

सबसे नवीनतम बातें कर रहे हैं। टीम इंडिया ने 2023 विश्व टेस्ट चैम्पियनशिप और 2023 वनडे वर्ल्डकप भी जीता है। उन्होंने सीनियर टीम के मुख्य कोच बनने से पहले जूनियर्स की प्रतिभा को भी तराशा था। 2018 में अंडर 19 की टीम ने उनके नेतृत्व में वर्ल्डकप जीता था। 

पर ये हुआ कैसे? क्योंकि बोर्ड पर 115 रन होने पर लोगों ने सोचा कि अभिषेक शर्मा और रियान पराग 10 ओवर में ही इसे जीत लेंगे। लेकिन भारत की बैटिंग शुरू हुई तो पूरी टीम बिखर गई। अभिषेक, रुतुराज, रियान, रिंकू और ध्रुव जुरेल में से कोई भी खिलाड़ी दहाई भी नहीं पार कर पाया।

Abhishek Sharma IPL स्टाइल लेकर आए। गेंद को शॉर्ट ऑफ द लेंथ पुल किया गया। लेकिन गेंद ठीक से बल्ले पर नहीं चढ़ी। फील्डर ने मौका नहीं गंवाया और कैच लपक लिया। अभिषेक शून्य पर वापस आ गए। बाद में रियान पराग ने लेंथ बॉल को ऑन द एप ड्रॉइव करने का निर्णय लिया। लेकिन सेम केस ने बल्ले का ऊपरी किनारा लगाते ही फील्डर ने मौका नहीं छोड़ा। रियान ने भी दो रन बनाकर चलते बने।  फिर ध्रुव जुरेल। जुरेल स्लोअर ने कटर पर अपना कैच रखा। 

Abhishek Sharma ने शून्य, रियान पराग ने दो और ध्रुव जुरेल ने छह रन बनाकर पविलियन लौट गए। इसके अलावा रुतुराज गायकवाड़ ने सात, रिंकू सिंह ने शून्य, रवि बिश्नोई ने नौ और आवेश खान ने 16 रन बनाए। वाशिंगटन सुंदर ने टीम के लिए फाइट की और शुभमन गिल के 31 के अलावा 27 रन बनाए। लेकिन पूरी बैटिंग के दौरान भारतीय टीम एक बार भी मैच जीत नहीं पाई। 13 रन की हार हुई।

 

प्रश्नोत्तरी (FAQs)

  1. टीम इंडिया ने जिम्बाब्वे को कितने रन से हराया?

    • टीम इंडिया ने जिम्बाब्वे को 100 रन से हराया।
  2. टीम इंडिया ने इस मैच में किसे पहली बल्लेबाजी के लिए भेजा?

    • टीम इंडिया ने रोहित शर्मा और लोकेश राहुल को पहली बल्लेबाजी के लिए भेजा।
  3. टीम इंडिया के गेंदबाजों ने इस मैच में कितने विकेट लिए?

    • टीम इंडिया के गेंदबाजों ने जिम्बाब्वे के 10 विकेट लिए।

  1. मैच के अंत में टीम इंडिया ने किसे मोमबत्ती लाइट कर दी?

    • मैच के अंत में टीम इंडिया ने श्रीकांत को मोमबत्ती लाइट कर दी।
  2. टीम इंडिया ने गेंदबाजी में कौन-कौन से खिलाड़ी उपयोग किए?

    • टीम इंडिया ने गेंदबाजी में अपने आरंभिक ओवर में श्रीकांत, शमी, चहल, और अक्षर पटेल जैसे खिलाड़ी उपयोग किए।
  3. क्या इस मैच में कोई खास बल्लेबाजी की?

    • हां, इस मैच में रोहित शर्मा ने अपनी बल्लेबाजी में प्रभावी प्रदर्शन किया और टीम को अच्छी शुरुआत दी।
  4. टीम इंडिया की फिल्डिंग कैसी रही?

    • टीम इंडिया की फिल्डिंग बहुत ही सुचारू और अच्छी रही। वे अपनी फिल्डिंग में निष्पादन में सहयोगी रहे और कई विशेष ग्राउंडिंग की।

तो आज हमने आपको  पहली हार का सबक और मैच का प्रेशर: टीम इंडिया ने 100 रन से जिम्बाब्वे को ऐसे धोया! के बारे में जानकारी दी। अगर आपको यह जानकारी पसंद आई हो तो कृपया इसे अपने दोस्तों के साथ शेयर करें और हमें फॉलो करना न भूलें।

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