'गुल्लक' देखी है तो 'होम शांति' में नयापन नहीं मिलेगा, देखे पूरी जानकारी
'गुल्लक' वेब सीरीज देख चुके हैं? तो 'होम शांति' में कुछ नया नहीं मिलेगा। पढ़ें पूरी समीक्षा और जानें क्यों।
होम शांति मूवी समीक्षा
परिचय
फिल्में हमारी भावनाओं को गहराई से छूने का माध्यम होती हैं और 'Home Shanti' भी ऐसी ही एक फिल्म है। यह फिल्म दर्शकों को एक साधारण परिवार की असाधारण कहानी के सफर पर ले जाती है। इस फिल्म समीक्षा में, हम 'Home Shanti' की कहानी, अभिनय, निर्देशन, और अन्य महत्वपूर्ण पहलुओं का सिनेमा मूल्यांकन करेंगे। तो चलिए, इस मूवी मूल्यांकन के सफर की शुरुआत करते हैं।
Table of Contents
Sr# | Headings |
---|---|
1 | फिल्म की कहानी |
2 | मुख्य किरदार |
3 | अभिनय और प्रदर्शन |
4 | निर्देशन और सिनेमैटोग्राफी |
5 | संगीत और पृष्ठभूमि संगीत |
6 | संवाद और पटकथा |
7 | फिल्म का सामाजिक संदेश |
8 | फिल्म की कमजोरियां |
9 | दर्शकों की प्रतिक्रिया |
10 | बॉक्स ऑफिस प्रदर्शन |
11 | निष्कर्ष |
12 | FAQs |
1. फिल्म की कहानी
'Home Shanti' की कहानी एक साधारण परिवार के जीवन की दैनिक समस्याओं और खुशियों के इर्द-गिर्द घूमती है। यह फिल्म एक परिवार के घर बनाने के सपने और उस सपने को पूरा करने की जद्दोजहद को दिखाती है। कहानी में कई मोड़ और भावनात्मक पल हैं जो दर्शकों को बांधे रखते हैं।
जबकि भारत में टेलीविजन की शुरुआत में हम लोग, बुनियाद या नुक्कड़ जैसे सीरियलों में मध्यमवर्ग और निम्न मध्यमवर्ग ही कहानी का हीरो हुआ करता था, वेब सीरीज निर्माता अक्सर एक ऐसे संसार बनाते हैं, जिसमें मध्यमवर्ग को लगभग नजरअंदाज किया जाता है। निर्माता निर्देशकों ने कुछ वेब सीरीज की सफलता से ये धारणा बना ली है कि गाली गलौच, अश्लीलता, हिंसा और नैतिकता का ह्रास ही वेब सीरीज की सफलता का आधार है। ये विचार बीच-बीच में कुछ वेब श्रृंखलाओं को तोड़ने का प्रयास करते हैं
नेटफ्लिक्स पर कोटा फैक्ट्री की निर्धारित सफलता के सिद्धांत के खिलाफ अमेज़ॉन प्राइम के लाखों में से एक ने विद्रोह करते देखा है। MTV जैसे अधिकांश टीवीएफ शो करोड़ों दर्शकों को गाली, हिंसा और अश्लीलता के बिना मध्यमवर्ग की कहानियों से भरते हैं। अब तक, सोनी लिव पर एक छोटे शहर में एक मध्यमवर्गीय परिवार की कहानी, "गुल्लक" के तीन सीजन रिलीज हो चुके हैं।
इससे प्रेरित होकर डिज्नी+हॉटस्टार ने छह एपिसोड की सीरीज “Home Peace” शुरू की है। यदि आप ओटीटी के घृणित और अपमानजनक शब्दों से परेशान हैं तो घर की सुरक्षा को तुरंत देखना चाहिए।होम शांति में एक छोटा सा परिवार है जिसमें पिता मनोज पाहवा एक सफल कवि हैं, माँ सुप्रिया पाठक एक शिक्षिका हैं, बेटी चकोरी द्विवेदी कॉलेज में पढ़ती है और बेटा पूजन छाबड़ा स्कूल में पढ़ता है। ये परिवार माध्यम वर्ग की परेशानियों को झेलते हुए भी अपने खरीदे हुए प्लॉट पर घर बनाना चाहते हैं।
छोटे शहर में एक आर्किटेक्ट, ठेकेदार, पंडित (जो पूजा-पाठ करते हैं), ज्योतिषी (जो दोस्त के रिश्तेदार हैं) और वास्तुकार नहीं होते। कभी-कभी एक आर्किटेक्ट आता है जो हवाई किले बनाने में माहिर है, न कि घर। ऐसे ही कुछ और किरदारों के बीच घर बनाने की कवायद शुरू होती है और फिर घर के सभी सदस्यों ने या तो अपनी बुद्धि से घर बनाने में मदद की है।
या इस पद से भागना चाहते हैं। होम शांति में ऐसी कुछ मजेदार घटनाओं का एक एपिसोड है। यदि आप एक छोटे शहर में रहते हैं और आपने अपने माता-पिता को प्लॉट पर घर बनाते हुए देखा है, तो आप इस सीरीज के कुछ सीन से इत्तेफाक करेंगे। यह बहुत प्यारी और मीठी घटनाएं हैं। ग्रीष्मकालीन दिनों में दूध औटा कर, पंसारी से नमक के डले लाकर और नुक्कड़ से बर्फ के टुकड़े लाकर बनाई गई आइस क्रीम का स्वाद बिल्कुल अलग होता था। यह आइस क्रीम है।
विशालकाय शरीर और नरम चेहरे के साथ मनोज पाहवा एक मध्यमवर्गीय व्यक्ति की असली छवि है जो छोटी छोटी बातों से खुश रहता है। वह क्रिकेट पसंद करता है तो मोबाइल पर मैच देखना उसके लिए बहुत ज़रूरी नहीं है। वह खुद को कवि मानता है, इसलिए वह अपनी आधी अधूरी कविताओं को साहित्य मानता है।
लेकिन हर एपिसोड में उनकी मार्मिक कविता का इस्तेमाल ज़रूर किया गया है। कॉलेज में पढ़ाई करने वाली बिटिया चकोर द्विवेदी बेहतरीन हैं। वह अपने शहर के छोटे होने से नाखुश है, लेकिन वह भी इसका महत्व जानता है। इन शहरों में लडकियां जल्दी बड़ी हो जाती हैं और काम करने के लिए लाद दी जाती हैं। छोटा भाई पूजन छाबड़ा माँ का लाडला है और हर छोटी-छोटी इच्छा पूरी करता है, इसलिए बहन उससे चिढ़ती है।
लेकिन उसे भी बहुत प्यार है। सुप्रिया पाठक, जिसका सपना है ये घर बनाना, सबसे अच्छा किरदार निभाया है। वह शिक्षक हैं। शहर में भी उनकी प्रशंसा होती है। घर चलाते हैं। बेटे को लाड़प्यार से बिगड़ने से फुर्सत नहीं है और बेटी को ज़िम्मेदार बनाने की पारम्परिक आदत जाती नहीं है। इन सबके बावजूद, वह अपने पति, बेटी और कभी-कभी बेटे को मार डालती हैं ताकि वे अपने घर के सपने को पूरा कर सकें।
सीरीज के निर्माताओं में वह टीम है जिसने टीवीएफ के अधिकांश वेब सीरीज को मध्यमवर्ग का फ्लेवर दिया था, इसलिए Home Peace कभी भी अपना लक्ष्य नहीं छोड़ता। निर्देशिका आकांक्षा दुआ का होम शांति, फिलौरी और सचिन अ बिलियन ड्रीम्स में सहायक निर्देशन और बिष्ट प्लीज और मिस्टर एंड मिसेस जैसी वेब सीरीज का सफल निर्देशन करने के बाद उनके छोटे से करियर का एक बड़ा पड़ाव है। उनका काम अच्छा था। टीवीएफ के दिनों की उनकी साथी निधि बिष्ट के अलावा आकांक्षा ने इस सीरीज को लिखा है, जिसमें अक्षय अस्थाना, सौरभ खन्ना (कोटा फैक्ट्री, ये मेरी फैमिली, हॉस्टल डेज़), मयंक पांडेय और निखिल सचान भी हैं।
प्लेबैक गायक शाश्वत सिंह ने होम शांति का संगीत प्रस्तुत किया है, जो छोटे शहर की याद दिलाता है। किरदार के कपड़े का चयन इस वेब श्रृंखला में कुछ और महत्वपूर्ण बातें हैं। मुंबई के फैशन और फिल्मों से प्रभावित इन शहर के ब्रांड भी अलग हैं। घरों की सजावट पर खास ध्यान दिया गया है। मध्यमवर्गीय डाइनिंग टेबल का उपयोग कभी पढ़ाई के लिए तो कभी लिखने के लिए होता है। नए घर में, बेटी एक अलग बाथरूम चाहती है, जबकि बेटा जिम चाहता है। माँ-बाप एक अध्ययन बनाने की इच्छा रखते हैं, जहां वे मित्रों को बुला कर बिठा सकते हैं और सत्संग करवा सकते हैं।
Home Peace एक सुंदर वेब सीरीज है। छोटे-छोटे एपिसोड हैं। बड़े अंतर नहीं हैं। यह गलत या अश्लील नहीं है। प्रेम, ब्रेकअप और भाई बहन की जुगलबंदी के बीच माता पिता के नियम भी हैं। गन्ने का रस निकलकर गुड़ बनाया जाता है, इसे चने के साथ खाना चाहिए। घर की शांति भी ऐसी है। ये गर्मी में बेल का शरबत या सत्तू है। "होम शांति" एक रूह-अफजा है। डर सिर्फ इतना है कि डिज्नी+हॉटस्टार पर इस तरह की वेब सीरीज देर से आई है और मध्यम वर्ग की कहानियों की सफलता की अब कोई गारंटी नहीं है। यकीन है कि परिवार के साथ देखना बहुत अच्छा होगा।
मुख्य किरदार
इस फिल्म में मुख्य किरदारों में पिता, माँ, बेटा और बेटी शामिल हैं। पिता की भूमिका में एक वरिष्ठ अभिनेता ने अपने अभिनय का जादू बिखेरा है, जबकि माँ की भूमिका में एक अनुभवी अभिनेत्री ने अपनी अदाकारी से सभी को प्रभावित किया है। बेटा और बेटी की भूमिकाओं में नवोदित कलाकारों ने बेहतरीन प्रदर्शन किया है।
अभिनय और प्रदर्शन
पिता की भूमिका में अभिनेता ने अपने किरदार को जीवंत किया है। उनकी हर भाव-भंगिमा और संवाद अदायगी ने दर्शकों के दिल को छू लिया है। माँ की भूमिका में अभिनेत्री ने अपनी संवेदनशीलता और सजीवता से सबका दिल जीत लिया है। बेटा और बेटी ने भी अपने-अपने किरदारों को बखूबी निभाया है।
निष्कर्ष
समाप्ति में, 'Home Shanti' एक ऐसी फिल्म है जो पारिवारिक संबंधों और जीवन के संघर्षों को छूती है। यह फिल्म हमें सोचने पर मजबूर करती है और हमारे दिल को छू जाती है। फिल्म का सिनेमा मूल्यांकन करते हुए कहा जा सकता है कि यह एक बेहतरीन फिल्म है जो दर्शकों के दिलों में अपनी छाप छोड़ती है।
FAQs
1. 'Home Shanti' फिल्म की कहानी क्या है?
'Home Shanti' की कहानी एक परिवार के घर बनाने के सपने और उस सपने को पूरा करने की जद्दोजहद को दिखाती है। यह फिल्म एक साधारण परिवार के जीवन की दैनिक समस्याओं और खुशियों के इर्द-गिर्द घूमती है।
2. फिल्म में मुख्य किरदार कौन-कौन से हैं?
फिल्म में मुख्य किरदारों में पिता, माँ, बेटा और बेटी शामिल हैं। इन किरदारों को वरिष्ठ और प्रतिभाशाली अभिनेताओं ने निभाया है।
3. फिल्म का निर्देशन कैसा है?
फिल्म का निर्देशन बहुत ही संवेदनशीलता और कुशलता के साथ किया गया है। निर्देशक ने कहानी को प्रभावी तरीके से प्रस्तुत किया है, जो दर्शकों को बांधे रखता है।
4. 'Home Shanti' का बॉक्स ऑफिस प्रदर्शन कैसा रहा?
फिल्म का बॉक्स ऑफिस प्रदर्शन संतोषजनक रहा है। फिल्म ने अपनी रिलीज के पहले सप्ताहांत में अच्छी कमाई की और दर्शकों का ध्यान खींचा।
5. 'Home Shanti' का सामाजिक संदेश क्या है?
'Home Shanti' का सामाजिक संदेश है कि चाहे कितनी भी मुश्किलें आएं, परिवार का साथ और हौसला हमेशा हमें आगे बढ़ाता है। यह फिल्म पारिवारिक संबंधों और संघर्ष की महत्वता को दर्शाती है।
तो आज हमने आपको 'गुल्लक' देखी है तो 'होम शांति' में नयापन नहीं मिलेगा के बारे में जानकारी दी। अगर आपको यह जानकारी पसंद आई हो तो कृपया इसे अपने दोस्तों के साथ शेयर करें और हमें फॉलो करना न भूलें।
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