भारत में है मिनी स्विट्जरलैंड जिसकी खूबसूरती के आगे असली Switzerland भूल जाएंगे आप, आज ही बना लीजिए घूमने का प्लान
भारत में एक मिनी स्विट्जरलैंड है जिसकी खूबसूरती के आगे असली Switzerland भूल जाएंगे। आज ही इस खूबसूरत जगह पर घूमने का प्लान बना लीजिए।
भारत में है मिनी स्विट्जरलैंड जिसकी खूबसूरती के आगे असली स्विट्जरलैंड भूल जाएंगे आप, आज ही बना लीजिए घूमने का प्लान
भारत में एक ऐसी जगह है जिसे मिनी स्विट्जरलैंड कहा जाता है। इसकी अद्वितीय खूबसूरती और मनमोहक दृश्यों के कारण यह स्थान पर्यटकों के बीच बेहद लोकप्रिय है। यह जगह है हिमाचल प्रदेश के चंबा जिले में स्थित 'खज्जियार'। खज्जियार को इसकी प्राकृतिक सुंदरता और हरे-भरे मैदानों के कारण मिनी स्विट्जरलैंड कहा जाता है।
अनुक्रमणिका (Table of Contents)
- परिचय
- खज्जियार की खूबसूरती
- घूमने की जगहें
- खज्जियार झील
- खज्जी नाग मंदिर
- कैलाश व्यू
- जंगल सफारी
- कैसे पहुँचे खज्जियार
- हवाई मार्ग
- रेल मार्ग
- सड़क मार्ग
- ठहरने की जगहें
- अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQs)
खज्जियार की खूबसूरती
खज्जियार का सौंदर्य अद्वितीय है। यहां के हरे-भरे मैदान, घने जंगल, और शांत झीलें इसे एक परियों की दुनिया जैसा बनाते हैं। यह स्थान पहाड़ियों के बीच स्थित है और यहां का वातावरण ठंडा और ताजगी भरा होता है। खज्जियार का प्राकृतिक सौंदर्य किसी को भी मंत्रमुग्ध कर सकता है।
घूमने की जगहें
- खज्जियार झील: यह झील खज्जियार के मध्य स्थित है और इसके चारों ओर हरे-भरे मैदान हैं। यहां बोटिंग का आनंद लिया जा सकता है
इसका स्थान हिमाचल प्रदेश के चंबा जिले के खज्जियार में है। यह समुद्र तल से लगभग 1,951 मीटर की ऊँचाई पर डलहौजी और चंबा टाउन के बीच है। झील विशाल घास के मैदान में है, जिसमें सदाबहार देवदार के पेड़ लगे हुए हैं। पास के मंदिर में एक देवता हैं, खज्जी नाग, जिसके नाम पर झील का नाम रखा गया है। झील पिछले कुछ वर्षों में बहुत छोटी हो गई है और अब लगभग लुप्त होने वाली है।झील को खज्जिनागों (जिनके नाम पर इस जगह का नाम रखा गया है) के लिए पवित्र स्थान माना जाता है। कलाटोपे अभयारण्य खज्जियार में घना जंगल है।
- खज्जी नाग मंदिर: यह प्राचीन मंदिर खज्जियार में स्थित है और यहां की वास्तुकला देखने लायक है।खज्जियार कज्जी नागा मंदिर, जो खज्जियार झील के करीब है, बहुत प्रसिद्ध है। मंदिर को "स्वर्ण देवी" मंदिर कहा जाता है क्योंकि यह एक सुनहरे गुंबद और शिखर से सजा है। 12वीं शताब्दी का यह मंदिर नागों के देवता को समर्पित है और यहाँ हमेशा सांपों की कई मूर्तियाँ मिल जाएंगी। यह मंदिर मुगल और हिंदू वास्तुकला शैलियों का एक आदर्श मिश्रण है, जो छत और लकड़ी के खंभों पर लकड़ी की नक्काशी में दिखाई देता है।यह मंदिर चंबा के राजा पृथ्वी सिंह ने 12वीं शताब्दी में बनाया था। चूना पत्थर से बना गुंबद के आकार का मंदिर हिंदू और मुगल वास्तुकला शैलियों का उत्कृष्ट मिश्रण है। सुनहरे गुंबद और शिखरों वाले लकड़ी के खंभों पर खड़ा है, और छत पर लकड़ी की नक्काशी है। इसमें कुछ चित्र भी हैं जो महाभारत के महाकाव्य युद्ध में पांडवों को पराजित करते हैं। लकड़ी भी गर्भगृह का हिस्सा है। मंदिर के मंडप में भी पाँच पांडवों (युधिष्ठिर, भीम, अर्जुन, नकुल और सहदेव) की सुंदर चित्रण हैं। मंदिर में शिव और देवी हडिम्बा
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3.कैलाश व्यू: यहां से माउंट कैलाश का अद्भुत दृश्य देखा जा सकता है।उत्तराखंड के लिपुलेख में भगवान शिव का घर माने जाने वाले कैलाश पर्वत तक पहुंचने का मार्ग जल्द ही शुरू हो जाएगा। इस मार्ग को इस साल सितंबर के बाद खोले जाने की उम्मीद है, PTI के अनुसार।अधिकारियों ने कहा कि सीमा सड़क संगठन (BRO) ने पिथौरागढ़ के नाभीढांग में KMVN हटस से भारत-चीन सीमा पर लिपुलेख दर्रे तक सड़क बनाने का काम शुरू कर दिया है। उन्होंने कहा कि सितंबर तक काम पूरा हो जाएगा।उत्तराखंड में एक महीने पहले नया स्थान मिला। तिब्बत में कैलाश पर्वत आसानी से पिथौरागढ़ जिले के नाभीढ़ांग के ठीक ऊपर 2 किलोमीटर ऊंची पहाड़ी से दिखाई देता है।
4.जंगल सफारी: खज्जियार के आसपास के जंगलों में जंगल सफारी का मजा लिया जा सकता है।वन सफारी, सेक्टर 39 नया रायपुर में है नया रायपुर रायपुर रेलवे स्टेशन से लगभग 35 किलोमीटर दूर है और स्वामी विवेकानंद हवाई अड्डा से 15 किलोमीटर दूर है। नंदनवन जंगल सफारी का 800 एकड़ क्षेत्र सुंदर हरे जंगलों से घिरा है। कई स्वदेशी पौधों की प्रजातियां भी वनस्पति को जोड़ती हैं, जो प्राकृतिक घर बनाते हैं। 130 एकड़ का एक जल निकाय, "खांडवा जलाशय", कई प्रवासी पक्षियों को आकर्षित करता है। शाकाहारी, भालू, बाघ और शेर के चार सफारी बनाए गए हैं। आने वाले चिड़ियाघर में तीस दो और प्रजातियां दिखाई देंगी।
कैसे पहुँचे खज्जियार
- हवाई मार्ग: खज्जियार का निकटतम हवाई अड्डा कांगड़ा (धर्मशाला) में है, जो लगभग 120 किलोमीटर की दूरी पर है।
- रेल मार्ग: खज्जियार का निकटतम रेलवे स्टेशन पठानकोट है, जो लगभग 95 किलोमीटर की दूरी पर है।
- सड़क मार्ग: खज्जियार सड़क मार्ग से भी अच्छी तरह जुड़ा हुआ है और यहां तक पहुंचने के लिए दिल्ली, चंडीगढ़ और शिमला से बस या टैक्सी ली जा सकती है।
ठहरने की जगहें
खज्जियार में ठहरने के लिए कई होटल और रिसॉर्ट्स उपलब्ध हैं। यहां के होटल्स में आधुनिक सुविधाओं के साथ-साथ प्राकृतिक सौंदर्य का आनंद भी लिया जा सकता है।
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQs)
1. खज्जियार को मिनी स्विट्जरलैंड क्यों कहा जाता है? खज्जियार की प्राकृतिक सुंदरता, हरे-भरे मैदान, और शांत वातावरण के कारण इसे मिनी स्विट्जरलैंड कहा जाता है।
2. खज्जियार घूमने का सबसे अच्छा समय क्या है? खज्जियार घूमने का सबसे अच्छा समय मार्च से जून और सितंबर से दिसंबर के बीच का है।
3. खज्जियार में क्या-क्या गतिविधियाँ की जा सकती हैं? खज्जियार में आप बोटिंग, ट्रेकिंग, जंगल सफारी, और पिकनिक का आनंद ले सकते हैं।
4. खज्जियार कैसे पहुँचा जा सकता है? खज्जियार हवाई, रेल और सड़क मार्ग से आसानी से पहुँचा जा सकता है। निकटतम हवाई अड्डा कांगड़ा और रेलवे स्टेशन पठानकोट है।
5. खज्जियार में ठहरने के लिए कौन-कौन से अच्छे होटल हैं? खज्जियार में कई अच्छे होटल और रिसॉर्ट्स हैं जहां आप आरामदायक ठहराव का आनंद ले सकते हैं।
खज्जियार की यात्रा आपको एक अद्भुत अनुभव प्रदान करेगी। इसकी प्राकृतिक सुंदरता और शांत वातावरण में समय बिताना एक यादगार अनुभव होगा। अगर आप इस छुट्टियों में कहीं घूमने का प्लान बना रहे हैं, तो खज्जियार को अपनी सूची में जरूर शामिल करें।
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तो आज हमने आपको भारत में है मिनी स्विट्जरलैंड जिसकी खूबसूरती के आगे असली Switzerland भूल जाएंगे आप, आज ही बना लीजिए घूमने का प्लानके बारे में जानकारी दी। अगर आपको यह जानकारी पसंद आई हो तो कृपया इसे अपने दोस्तों के साथ शेयर करें और हमें फॉलो करना न भूलें।
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