लोकसभा स्पीकर चुने गए ओम बिरला, पीएम मोदी और राहुल गांधी चेयर तक छोड़ने गए

लोकसभा स्पीकर चुने गए ओम बिरला, पीएम मोदी और राहुल गांधी चेयर तक छोड़ने गए।

लोकसभा स्पीकर चुने गए ओम बिरला, पीएम मोदी और राहुल गांधी चेयर तक छोड़ने गए
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लोकसभा स्पीकर चुने गए ओम बिरला, पीएम मोदी-राहुल गांधी चेयर तक छोड़ने गए

नई दिल्ली: ओम बिरला को एक बार फिर से लोकसभा के स्पीकर के रूप में चुना गया है। इस मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने उन्हें चेयर तक छोड़ने की परंपरा निभाई। यह घटना संसद भवन में एक महत्वपूर्ण अवसर थी, जिसमें विभिन्न राजनीतिक दलों के नेता शामिल हुए और उन्होंने ओम बिरला को उनके नए कार्यकाल के लिए शुभकामनाएं दीं।

Table of Contents

  1. परिचय
  2. ओम बिरला का चयन
  3. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का सम्बोधन
  4. राहुल गांधी का समर्थन
  5. ओम बिरला का सम्बोधन
  6. पिछले कार्यकाल की उपलब्धियाँ
  7. भविष्य की चुनौतियाँ
  8. निष्कर्ष
  9. ओम बिरला के नेतृत्व की विशेषताएँ
  10. संसद के सदस्य ओम बिरला के बारे में क्या कहते हैं?
  11. ओम बिरला की व्यक्तिगत जीवन की झलक
  12. लोकसभा का भविष्य
  13. अक्सर पूछे जाने वाले सवाल (FAQs)

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ओम बिरला का चयन

ओम बिरला को सर्वसम्मति से लोकसभा स्पीकर के रूप में चुना गया। उनके नाम का प्रस्ताव प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा रखा गया और इसे विपक्ष के कई नेताओं ने समर्थन दिया। ओम बिरला के चयन को लेकर किसी भी प्रकार का विरोध नहीं हुआ, जिससे यह स्पष्ट हो गया कि सभी दल उनके कार्यकाल से संतुष्ट हैं।

ध्वनि मत से ओम बिरला लोकसभा स्पीकर चुने गए हैं। बुधवार, 26 जून, 2024 को, बीजेपी के नेतृत्व वाले राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) के उम्मीदवार ओम बिरला ने कांग्रेस के कोडिकुन्नील सुरेश (K SuresH) को चुनाव में हरा दिया।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने ओम बिरला को लोकसभा स्पीकर चुने जाने के बाद चेयर तक छोड़ दिया। PM मोदी ने ओम बिरला को बधाई दी और कहा, "मैं पूरे सदन को बधाई देता हूँ।" हम सभी को विश्वास है कि आप आने वाले पांच वर्षों में हमारा नेतृत्व करेंगे।:''

बाद में उन्होंने कहा, "दूसरी बार लोकसभा स्पीकर का पद संभालना अपने आप में ही रिकॉर्ड है।" इससे पहले, बलराम जाखड़ सिर्फ दो बार लोकसभा अध्यक्ष रहे हैं। ज्यादातर नेता ने स्पीकर बनने के बाद चुनाव नहीं लड़ा या जीता है, लेकिन आप (ओम बिरला) चुनाव जीत चुके हैं।:'' 

विपक्षी गठबंधन 'इंडिया' ने अंतिम समय में लोकसभा स्पीकर चुनाव में उतरने का निर्णय लिया जब बीजेपी के वरिष्ठ नेताओं ने पूर्व शर्त को नहीं माना कि एनडीए के उम्मीदवार बिरला का समर्थन करने के ऐवज में गठबंधन को डिप्टी स्पीकर का पद दिया जाना चाहिए। 

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का सम्बोधन

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस अवसर पर अपने सम्बोधन में कहा, "ओम बिरला जी का पिछले कार्यकाल में लोकसभा को कुशलतापूर्वक संचालन का अनुभव है। उन्होंने सभी दलों के साथ मिलकर काम किया और संसदीय परंपराओं का सम्मान किया। मुझे विश्वास है कि वे अपने नए कार्यकाल में भी लोकसभा को उच्चतम स्तर पर ले जाएंगे।"

राहुल गांधी का समर्थन

कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने भी इस अवसर पर ओम बिरला को बधाई दी और कहा, "हम सब मिलकर देश की जनता के हित में काम करेंगे। ओम बिरला जी का अनुभव और नेतृत्व हमारे लिए महत्वपूर्ण है। हमें विश्वास है कि वे निष्पक्षता और पारदर्शिता के साथ लोकसभा का संचालन करेंगे।"

ओम बिरला का सम्बोधन

ओम बिरला ने स्पीकर के रूप में अपने चयन पर आभार व्यक्त करते हुए कहा, "मैं सभी सदस्यों का धन्यवाद करता हूं जिन्होंने मुझे इस महत्वपूर्ण जिम्मेदारी के लिए चुना है। मैं सभी दलों के सहयोग से लोकसभा का निष्पक्ष और पारदर्शी संचालन करूंगा। मेरा प्रयास होगा कि लोकसभा में स्वस्थ बहस और संवाद को बढ़ावा मिले।"

पिछले कार्यकाल की उपलब्धियाँ

ओम बिरला के पिछले कार्यकाल में उन्होंने कई महत्वपूर्ण सुधार किए। उन्होंने संसद के कार्यों में पारदर्शिता बढ़ाने के लिए विभिन्न उपाय अपनाए और सभी सदस्यों को अपने विचार रखने का पर्याप्त समय दिया। उनके नेतृत्व में लोकसभा ने कई महत्वपूर्ण विधेयकों को पारित किया और देश के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।

भविष्य की चुनौतियाँ

नए कार्यकाल में ओम बिरला के सामने कई चुनौतियाँ होंगी। देश के सामने कई महत्वपूर्ण मुद्दे हैं जिनपर लोकसभा में बहस और संवाद आवश्यक है। उन्हें सभी दलों के साथ मिलकर काम करना होगा और संसदीय परंपराओं का पालन सुनिश्चित करना होगा।

ओम बिरला के नेतृत्व की विशेषताएँ

ओम बिरला का नेतृत्व और उनकी कार्यशैली लोकसभा के संचालन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। उनके नेतृत्व की कुछ प्रमुख विशेषताएँ निम्नलिखित हैं:

पारदर्शिता और निष्पक्षता

ओम बिरला ने हमेशा पारदर्शिता और निष्पक्षता को प्राथमिकता दी है। उनके नेतृत्व में सभी सदस्यों को अपने विचार और मुद्दों को प्रस्तुत करने का पूरा अवसर मिलता है। उन्होंने यह सुनिश्चित किया है कि लोकसभा में सभी सदस्यों की आवाज सुनी जाए और कोई भी सदस्य वंचित न रहे।

सबके साथ काम करने की क्षमता

ओम बिरला की सबसे बड़ी विशेषता यह है कि वे सभी दलों के साथ मिलकर काम कर सकते हैं। उन्होंने हमेशा यह प्रयास किया है कि सभी दलों के सदस्यों के साथ संवाद स्थापित हो और किसी भी मुद्दे पर सर्वसम्मति बन सके।

सुधारवादी दृष्टिकोण

ओम बिरला ने अपने पिछले कार्यकाल में कई सुधारवादी कदम उठाए। उन्होंने संसद के कामकाज को और अधिक प्रभावी बनाने के लिए विभिन्न सुधार लागू किए। उनके इन प्रयासों से संसद की कार्यक्षमता में वृद्धि हुई है।

संसद के सदस्य ओम बिरला के बारे में क्या कहते हैं?

समर्थन और सराहना

ओम बिरला के बारे में संसद के अधिकांश सदस्य सकारात्मक प्रतिक्रिया देते हैं। विभिन्न दलों के सदस्यों ने उनके नेतृत्व की सराहना की है और उनके द्वारा किए गए सुधारों की प्रशंसा की है।

अनुभव और विशेषज्ञता

संसद के सदस्य ओम बिरला के अनुभव और विशेषज्ञता को बहुत महत्वपूर्ण मानते हैं। उनके अनुभव और नेतृत्व क्षमता के कारण ही वे एक सफल स्पीकर के रूप में उभरे हैं।

ओम बिरला की व्यक्तिगत जीवन की झलक

ओम बिरला का व्यक्तिगत जीवन भी प्रेरणादायक है। उनका परिवार और उनके जीवन मूल्य उन्हें एक अच्छे नेता और इंसान के रूप में स्थापित करते हैं।

परिवार का समर्थन

ओम बिरला के परिवार ने हमेशा उनका समर्थन किया है। उनके परिवार का योगदान उनके सफल करियर का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। उनके परिवार ने हमेशा उनके सार्वजनिक जीवन और जिम्मेदारियों को समझा और समर्थन दिया।

सामाजिक कार्य

ओम बिरला समाजसेवा में भी सक्रिय रहे हैं। उन्होंने विभिन्न सामाजिक कार्यों में भाग लिया है और समाज की भलाई के लिए कई पहल की हैं। उनके सामाजिक योगदान से यह स्पष्ट होता है कि वे समाज के प्रति कितने संवेदनशील हैं।

लोकसभा का भविष्य

ओम बिरला के नेतृत्व में लोकसभा का भविष्य उज्जवल नजर आ रहा है। उनके नेतृत्व में लोकसभा ने कई महत्वपूर्ण विधेयकों को पारित किया है और संसद के कामकाज में सुधार किया है। उनके अगले कार्यकाल में भी ऐसे ही सुधार और प्रगति की उम्मीद है।

निष्कर्ष

ओम बिरला का लोकसभा स्पीकर के रूप में चयन भारतीय लोकतंत्र के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है। उनके पिछले कार्यकाल की सफलता और उनके नेतृत्व कौशल से यह उम्मीद की जा रही है कि वे अपने नए कार्यकाल में भी लोकसभा को सफलतापूर्वक संचालित करेंगे। उनके नेतृत्व में लोकसभा के सभी सदस्य मिलकर देश की प्रगति और विकास के लिए काम करेंगे।

अक्सर पूछे जाने वाले सवाल (FAQs)

ओम बिरला की नेतृत्व क्षमता की प्रमुख विशेषताएँ क्या हैं? ओम बिरला की नेतृत्व क्षमता की प्रमुख विशेषताएँ पारदर्शिता, निष्पक्षता, सभी दलों के साथ काम करने की क्षमता, और सुधारवादी दृष्टिकोण हैं।

 संसद के सदस्य ओम बिरला के बारे में क्या कहते हैं? संसद के सदस्य ओम बिरला के नेतृत्व की सराहना करते हैं और उनके अनुभव और विशेषज्ञता को महत्वपूर्ण मानते हैं।

ओम बिरला का व्यक्तिगत जीवन कैसा है? ओम बिरला का व्यक्तिगत जीवन प्रेरणादायक है। उनका परिवार और उनके जीवन मूल्य उन्हें एक अच्छे नेता और इंसान के रूप में स्थापित करते हैं।

 ओम बिरला का समाज के प्रति क्या योगदान है? ओम बिरला समाजसेवा में भी सक्रिय रहे हैं और उन्होंने विभिन्न सामाजिक कार्यों में भाग लिया है।

  1. तो आज हमने आपको लोकसभा स्पीकर चुने गए ओम बिरला, पीएम मोदी और राहुल गांधी चेयर तक छोड़ने  के बारे में जानकारी दी। अगर आपको यह जानकारी पसंद आई हो तो कृपया इसे अपने दोस्तों के साथ शेयर करें और हमें फॉलो करना न भूलें।

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