प्रेसिडेंशियल डिबेट में बाइडेन बोले- ट्रम्प लूजर और बेवकूफ हैं:कैसे पता चलेगा बहस में कौन किस पर पड़ा भारी; जानिए इससे जुड़े 4 किस्से
अमेरिकी प्रेसिडेंशियल डिबेट के इतिहास को आगे बढ़ाते हुए डोनाल्ड ट्रम्प और जो बाइडेन के बीच 14वीं प्रेसिडेंशियल डिबेट हुई। CNN स्टूडियो में हुई इस बहस के दौरान दोनों नेताओं ने एक-दूसरे पर गंभीर आरोप लगाए और निजी हमले किए
साल 1858: लिंकन और डगलस की ऐतिहासिक बहस
अमेरिका के इलिनॉय राज्य में 1858 में सीनेट चुनाव हो रहे थे। रिपब्लिकन पार्टी के अब्राहम लिंकन और नॉर्दन डेमोक्रेट्स के स्टीफन डगलस के बीच मुकाबला था। डगलस जहां भी भाषण देते, लिंकन वहां पहुंचकर उनके भाषणों की खामियां निकालते। तंग आकर डगलस ने लिंकन को बहस की चुनौती दी, जिसे लिंकन ने तुरंत स्वीकार कर लिया। इसी तर्ज पर 102 साल बाद, 1960 में पहली प्रेसिडेंशियल डिबेट हुई।
2024: ट्रम्प और बाइडेन की 14वीं प्रेसिडेंशियल डिबेट
आज, 2024 में, अमेरिकी प्रेसिडेंशियल डिबेट के इतिहास को आगे बढ़ाते हुए डोनाल्ड ट्रम्प और जो बाइडेन के बीच 14वीं प्रेसिडेंशियल डिबेट हुई। CNN स्टूडियो में हुई इस बहस के दौरान दोनों नेताओं ने एक-दूसरे पर गंभीर आरोप लगाए और निजी हमले किए। ट्रम्प ने बाइडेन को "मंचूरियन" कहा और उन पर चीन से पैसे लेने का आरोप लगाया। बाइडेन ने ट्रम्प को उनके हश मनी मामले पर घेरते हुए कहा, "जब आपकी पत्नी प्रेग्नेंट थीं, आप पोर्न स्टार से संबंध बना रहे थे।"
प्रेसिडेंशियल डिबेट के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी
सवाल 1: प्रेसिडेंशियल डिबेट क्या होती है?
प्रेसिडेंशियल डिबेट अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव से पहले उम्मीदवारों के बीच अहम मुद्दों पर बहस होती है। इसके आधार पर वोटर्स अपनी राय बनाते हैं।
सवाल 2: डिबेट में जीत-हार के बारे में कैसे पता चलता है?
जीत-हार के 4 पैमाने हैं:
- उम्मीदवारों की तैयारी और प्रस्तुति
- मुद्दों पर उनकी पकड़
- उनके तर्क और दृष्टिकोण की स्पष्टता
- जनता और विशेषज्ञों की प्रतिक्रिया
सवाल 3: अमेरिकी प्रेसिडेंशियल डिबेट्स कहां कराई जाती हैं?
पहली प्रेसिडेंशियल डिबेट 1960 में टीवी स्टूडियो में हुई थी। 1976 से 1984 तक इन डिबेट्स को लीग ऑफ वुमेन वोटर्स (LWV) ने स्पॉन्सर किया था। 1987 में LWV ने स्पॉन्सरशिप वापस ली और 1988 से 2020 तक "कमिशन ऑन प्रेसिडेंशियल डिबेट" ने इसका आयोजन किया। 2024 में 64 साल बाद प्रेसिडेंशियल डिबेट्स की टीवी स्टूडियो में वापसी हुई है, जिसे CNN और ABC ने आयोजित किया।
सवाल 4: बहस के नियम क्या हैं?
1960 से 1988 तक कैंडिडेट्स पत्रकारों के पैनल के सवालों के जवाब देते थे। 1992 से पैनल सिस्टम हटा दिया गया और मॉडरेटर ही सवाल पूछने की जिम्मेदारी निभाने लगे। उम्मीदवार किस तरफ खड़ा होगा, यह टॉस के माध्यम से तय होता है। इस बार का टॉस बाइडेन ने जीता और उन्होंने स्टेज के बाएं हिस्से को चुना।
प्रेसिडेंशियल डिबेट से जुड़े रोचक किस्से
किस्सा 1: जनता कमजोर न समझे इसलिए 27 मिनट खड़े रहे उम्मीदवार
1976 की बहस के दौरान माइक खराब हो गया था और उम्मीदवारों को 27 मिनट तक इंतजार करना पड़ा। इस दौरान न तो कार्टर और न ही फोर्ड बैठे, ताकि जनता उन्हें कमजोर न समझे।
किस्सा 2: रीगन ने साबित किया- उम्रदराज होना हमेशा घाटे का सौदा नहीं…
1984 में रोनाल्ड रीगन ने अपनी उम्र को अपनी ताकत के तौर पर पेश करते हुए कहा कि वे अपने प्रतिद्वंद्वी की कम उम्र और अनुभवहीनता का फायदा नहीं उठा सकते। इस चतुराई भरे जवाब ने उनका चुनाव जीतने में मदद की।
किस्सा 3: जब कैंडिडेट से पूछा गया- पत्नी के रेपिस्ट के साथ कैसा सलूक करेंगे?
1988 में माइकल डुकाकिस से एंकर ने पूछा कि अगर उनकी पत्नी का कोई रेप करके हत्या कर देता है, तो क्या वे मौत की सजा का समर्थन करेंगे? डुकाकिस के नकारात्मक जवाब को जनता ने पसंद नहीं किया और उन्होंने बाद में इस पर अफसोस जताया।
किस्सा 4: डिबेट में बोर हो गए थे बुश, घड़ी देखने लगे
1992 में राष्ट्रपति बुश ने बहस के दौरान घड़ी देखी, जिससे जनता में गलत संदेश गया और वे चुनाव हार गए।
इस लेख में हमने डोनाल्ड ट्रम्प और जो बाइडेन के बीच 14वीं प्रेसिडेंशियल डिबेट हुई के बारे में विस्तृत जानकारी प्रदान की है। यदि आपके पास इस विषय पर कोई और प्रश्न हों या और जानकारी चाहिए, तो कृपया हमें टिप्पणी के माध्यम से बताएं। अगर आपको यह जानकारी पसंद आई हो तो कृपया इसे अपने दोस्तों के साथ शेयर करें और हमें फॉलो करना न भूलें।
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