आतंकियों की तलाश में सर्च ऑपरेशन, राष्ट्रपति ने कहा- आतंकवादियों के खिलाफ हो कठोर कार्रवाई

आतंकवादियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की मांग करते हुए राष्ट्रपति ने आतंकियों की तलाश में सर्च ऑपरेशन का आदेश दिया है, देश की सुरक्षा के लिए यह महत्वपूर्ण कदम बताया।

आतंकियों की तलाश में सर्च ऑपरेशन, राष्ट्रपति ने कहा- आतंकवादियों के खिलाफ हो कठोर कार्रवाई
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आतंकवादी हमला: आतंकियों की तलाश में सर्च ऑपरेशन, राष्ट्रपति ने कहा- आतंकवादियों के खिलाफ हो कठोर कार्रवाई

आतंकियों ने सेना के गश्ती दल पर हमला किया। इस हमले में जूनियर कमीशंड अधिकारी (जेसीओ) सहित पांच सैन्यकर्मी मारे गए। पांच युवा चोटिल हैं।राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कठुआ में हुए आतंकी हमले पर शोक व्यक्त किया है। राष्ट्रपति ने इस हमले को हिंसापूर्ण बताया है। साथ ही, मंगलवार को जम्मू संभाग के कठुआ जिले के पहाड़ी क्षेत्र में आतंकियों की तलाश में व्यापक खोज अभियान चलाया जा रहा है। 

सामग्री सूची

  1. परिचय
  2. हमले का विवरण
  3. सर्च ऑपरेशन
  4. राष्ट्रपति की प्रतिक्रिया
  5. स्थानीय प्रशासन और सुरक्षा बलों की प्रतिक्रिया
  6. जनता की प्रतिक्रिया
  7. भविष्य की कार्रवाई

परिचय

जम्मू-कश्मीर के कठुआ जिले में हाल ही में एक भयानक आतंकी हमला हुआ, जिसने पूरे देश को हिला कर रख दिया है। इस हमले में कई सुरक्षा बलों के जवान शहीद हो गए और कई घायल हो गए हैं। हमले के तुरंत बाद सुरक्षा बलों ने इलाके में बड़े पैमाने पर सर्च ऑपरेशन शुरू किया है। इस घटना ने राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर व्यापक प्रतिक्रिया प्राप्त की है। राष्ट्रपति ने इस हमले की कड़ी निंदा की है और आतंकवादियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की मांग की है। इस परिचयात्मक लेख में हमले का विस्तृत विवरण, सुरक्षा बलों की कार्रवाई और स्थानीय प्रशासन की प्रतिक्रिया के साथ-साथ जनता की भावनाओं पर भी चर्चा करेंगे।

हमले का विवरण

जम्मू-कश्मीर के कठुआ जिले के एक सुदूर इलाके में हाल ही में आतंकवादियों ने सुरक्षा बलों पर एक सुनियोजित हमला किया। यह हमला तब हुआ जब सुरक्षा बलों की एक टीम इलाके में गश्त कर रही थी। आतंकवादियों ने घात लगाकर अंधाधुंध फायरिंग शुरू कर दी, जिससे सुरक्षा बलों को संभलने का मौका भी नहीं मिला।

इस हमले में कई जवान घायल हो गए और कुछ शहीद भी हो गए। घायल जवानों को तुरंत नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उनकी स्थिति गंभीर बताई जा रही है। हमला इतनी अचानक हुआ कि सुरक्षा बलों को प्रतिक्रिया देने में काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ा।

हमले के दौरान आतंकवादियों ने अत्याधुनिक हथियारों का इस्तेमाल किया, जिससे यह स्पष्ट होता है कि यह हमला पहले से योजना बनाकर किया गया था। सुरक्षा बलों ने भी तुरंत जवाबी कार्रवाई की, लेकिन आतंकवादी घने जंगल का फायदा उठाकर भागने में सफल रहे।

इस हमले ने पूरे इलाके में भय और दहशत का माहौल पैदा कर दिया है। स्थानीय लोग इस घटना से गहरे सदमे में हैं और सुरक्षा बलों से तत्काल सुरक्षा उपायों की मांग कर रहे हैं। सुरक्षा बलों ने इलाके को घेर लिया है और आतंकवादियों की तलाश के लिए बड़े पैमाने पर सर्च ऑपरेशन शुरू कर दिया है।

सर्च ऑपरेशन

हमले के तुरंत बाद, सुरक्षा बलों ने कठुआ जिले के प्रभावित इलाके में व्यापक सर्च ऑपरेशन शुरू कर दिया है। यह सर्च ऑपरेशन आतंकवादियों को पकड़ने और क्षेत्र में शांति बहाल करने के उद्देश्य से चलाया जा रहा है।

ऑपरेशन का संचालन

सुरक्षा बलों ने इलाके को पूरी तरह से घेर लिया है और सभी एंट्री और एग्जिट पॉइंट्स को सील कर दिया है ताकि आतंकवादी भाग न सकें। ऑपरेशन में सेना, पुलिस और अर्धसैनिक बलों की संयुक्त टीम शामिल है। इस ऑपरेशन के तहत हेलीकॉप्टर और ड्रोन का भी इस्तेमाल किया जा रहा है ताकि आतंकवादियों की हर गतिविधि पर नजर रखी जा सके।

आधुनिक उपकरणों का उपयोग

सुरक्षा बलों ने सर्च ऑपरेशन को तेजी से और प्रभावी तरीके से अंजाम देने के लिए आधुनिक उपकरणों का उपयोग किया है। थर्मल इमेजिंग कैमरों और नाइट विजन उपकरणों की मदद से रात में भी ऑपरेशन को जारी रखा गया है। इसके अलावा, इलाके की सघन तलाशी के लिए मेटल डिटेक्टर और बम निरोधक दस्ते भी तैनात किए गए हैं।

स्थानीय सहयोग

सुरक्षा बलों को इस ऑपरेशन में स्थानीय प्रशासन और जनता का भी पूरा सहयोग मिल रहा है। स्थानीय लोग भी आतंकवादियों की सूचना देने में सक्रिय भूमिका निभा रहे हैं। सुरक्षा बलों ने लोगों से शांति बनाए रखने और संदिग्ध गतिविधियों की तुरंत सूचना देने की अपील की है।

ऑपरेशन की सफलता

अब तक के सर्च ऑपरेशन में कुछ संदिग्धों को हिरासत में लिया गया है और उनसे पूछताछ की जा रही है। सुरक्षा बलों ने कुछ महत्वपूर्ण सुराग भी जुटाए हैं, जो आतंकवादियों की पहचान और उनकी संभावित स्थानों का पता लगाने में मददगार साबित हो सकते हैं।

भविष्य की कार्रवाई

सुरक्षा बलों ने स्पष्ट किया है कि यह ऑपरेशन तब तक जारी रहेगा जब तक सभी आतंकवादियों को पकड़ नहीं लिया जाता या मार नहीं गिराया जाता। सरकार ने भी सुरक्षा बलों को हर संभव सहायता देने का वादा किया है ताकि इस तरह की घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो सके।

सर्च ऑपरेशन की सफलता और आतंकवादियों की गिरफ्तारी से इलाके में फिर से शांति और सुरक्षा बहाल होने की उम्मीद है।

राष्ट्रपति की प्रतिक्रिया

जम्मू-कश्मीर के कठुआ जिले में हुए इस जघन्य आतंकी हमले के बाद राष्ट्रपति ने अपनी गहरी संवेदना और क्रोध प्रकट किया है। उन्होंने इस हमले की कड़ी निंदा की है और इसे कायराना हरकत करार दिया है।राष्ट्रपति ने कहा, "जम्मू-कश्मीर के कठुआ जिले में सेना के जवानों के काफिले पर आतंकवादियों द्वारा किया गया हमला एक कायरतापूर्ण कृत्य है, जिसकी निंदा की जानी चाहिए।" इसके लिए कठोर प्रतिक्रिया की जानी चाहिए। मेरी संवेदनाएं उन वीरों के परिवारों के साथ हैं जिन्होंने आतंकवाद के खिलाफ चल रहे इस युद्ध में अपनी जान दी है। घायलों के शीघ्र ठीक होने की प्रार्थना करता हूँ।'

संवेदना व्यक्त

राष्ट्रपति ने शहीद हुए जवानों के परिवारों के प्रति अपनी गहरी संवेदना व्यक्त की है। उन्होंने कहा कि देश उनके बलिदान को कभी नहीं भूलेगा और उनकी शहादत व्यर्थ नहीं जाएगी। राष्ट्रपति ने घायल जवानों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना भी की है और सरकार से उनके इलाज के लिए हर संभव मदद सुनिश्चित करने की अपील की है।

कठोर कार्रवाई की मांग

राष्ट्रपति ने स्पष्ट रूप से कहा है कि इस तरह के आतंकी हमलों को किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उन्होंने आतंकवादियों के खिलाफ कठोर और निर्णायक कार्रवाई की मांग की है। राष्ट्रपति ने सुरक्षा बलों को निर्देश दिया है कि वे किसी भी हालत में आतंकवादियों को पकड़ने और उन्हें सख्त सजा दिलाने के लिए हर संभव प्रयास करें।

राष्ट्रीय सुरक्षा पर जोर

राष्ट्रपति ने देश की सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता देने की बात कही है। उन्होंने सरकार और सुरक्षा एजेंसियों से अनुरोध किया है कि वे आतंकवादियों के नेटवर्क को ध्वस्त करने के लिए समन्वित और संयुक्त प्रयास करें। राष्ट्रपति ने कहा कि राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए हर आवश्यक कदम उठाया जाएगा और आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में कोई कोताही नहीं बरती जाएगी।

जनता को संदेश

राष्ट्रपति ने जनता से भी सतर्क रहने और संदिग्ध गतिविधियों की तुरंत सूचना देने की अपील की है। उन्होंने कहा कि आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में जनता की भागीदारी और सहयोग बेहद महत्वपूर्ण है। राष्ट्रपति ने लोगों को विश्वास दिलाया कि सरकार और सुरक्षा बल उनकी सुरक्षा के लिए पूरी तरह से प्रतिबद्ध हैं और उन्हें किसी भी प्रकार का भय नहीं होना चाहिए।

समर्पण और संकल्प

राष्ट्रपति ने अंत में कहा कि देश एकजुट होकर आतंकवाद का मुकाबला करेगा और शहीद जवानों के बलिदान को सम्मानित करेगा। उन्होंने देशवासियों से अपील की कि वे सुरक्षा बलों के समर्थन में खड़े हों और आतंकवाद के खिलाफ इस लड़ाई में सहयोग करें।

इस प्रकार, राष्ट्रपति की प्रतिक्रिया ने न केवल शहीद जवानों के परिवारों को सांत्वना दी है बल्कि देश को एकजुट होकर आतंकवाद के खिलाफ लड़ने का संकल्प भी दिलाया है।

स्थानीय प्रशासन और सुरक्षा बलों की प्रतिक्रिया

जम्मू-कश्मीर के कठुआ जिले में हुए आतंकी हमले के बाद, स्थानीय प्रशासन और सुरक्षा बलों ने तत्परता से कार्रवाई की है। उनकी संयुक्त प्रतिक्रिया ने यह सुनिश्चित किया है कि आतंकवादियों के खिलाफ सख्त कदम उठाए जा रहे हैं और इलाके में शांति बहाल की जा रही है।

स्थानीय प्रशासन की प्रतिक्रिया

आपातकालीन बैठकें

हमले के तुरंत बाद, स्थानीय प्रशासन ने आपातकालीन बैठकें बुलाईं। इन बैठकों में सुरक्षा उपायों को और मजबूत करने और आतंकवादियों की धरपकड़ के लिए रणनीति बनाई गई। जिला कलेक्टर और वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने स्थिति का जायजा लिया और सुरक्षा बलों को हर संभव सहायता प्रदान करने का आश्वासन दिया।

राहत और बचाव कार्य

स्थानीय प्रशासन ने घायल जवानों को तुरंत चिकित्सा सहायता मुहैया कराई। एंबुलेंस और चिकित्सा दलों को घटनास्थल पर भेजा गया ताकि घायल जवानों को जल्द से जल्द अस्पताल पहुंचाया जा सके। शहीद जवानों के परिवारों को हर संभव मदद का आश्वासन भी दिया गया है।

जनता के प्रति अपील

स्थानीय प्रशासन ने जनता से शांत रहने और सुरक्षा बलों के साथ सहयोग करने की अपील की है। उन्होंने कहा है कि किसी भी संदिग्ध गतिविधि की सूचना तुरंत पुलिस को दें और अफवाहों पर ध्यान न दें।

सुरक्षा बलों की प्रतिक्रिया

तत्काल सर्च ऑपरेशन

हमले के तुरंत बाद, सुरक्षा बलों ने इलाके को घेर लिया और व्यापक सर्च ऑपरेशन शुरू कर दिया। सेना, पुलिस और अर्धसैनिक बलों की संयुक्त टीम ने आतंकवादियों की तलाश में जंगलों और पहाड़ियों की सघन तलाशी ली। हेलीकॉप्टर और ड्रोन की मदद से पूरे इलाके की निगरानी की जा रही है।

आधुनिक तकनीक का उपयोग

सुरक्षा बलों ने आधुनिक तकनीक और उपकरणों का उपयोग किया है ताकि आतंकवादियों को ढूंढने और उन्हें पकड़ने में आसानी हो। थर्मल इमेजिंग कैमरे, नाइट विजन गॉगल्स और मेटल डिटेक्टर का व्यापक उपयोग किया जा रहा है।

संवेदनशील इलाकों में सतर्कता

सुरक्षा बलों ने सभी संवेदनशील इलाकों में सतर्कता बढ़ा दी है। उन्होंने सभी एंट्री और एग्जिट पॉइंट्स को सील कर दिया है ताकि आतंकवादी भाग न सकें। विशेष चेकपॉइंट्स पर कड़ी निगरानी रखी जा रही है और वाहनों की सघन जांच की जा रही है।

उच्चस्तरीय समन्वय

सुरक्षा बलों ने उच्चस्तरीय समन्वय सुनिश्चित किया है। सेना, पुलिस और अर्धसैनिक बलों के बीच निरंतर संपर्क बना हुआ है ताकि ऑपरेशन को सुचारू रूप से चलाया जा सके।

भविष्य की योजना

स्थानीय प्रशासन और सुरक्षा बलों ने स्पष्ट किया है कि सर्च ऑपरेशन तब तक जारी रहेगा जब तक सभी आतंकवादियों को पकड़ नहीं लिया जाता या मार नहीं गिराया जाता। उन्होंने इलाके में शांति और सुरक्षा बहाल करने के लिए हर संभव प्रयास करने का संकल्प लिया है।

जनता की प्रतिक्रिया

जम्मू-कश्मीर के कठुआ जिले में हुए इस आतंकी हमले ने स्थानीय जनता को गहरे सदमे और आक्रोश में डाल दिया है। हमले के बाद, स्थानीय लोगों ने सुरक्षा बलों के समर्थन में और आतंकवाद के खिलाफ कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त की है।

आक्रोश और दुख

हमले के बाद इलाके में जबरदस्त आक्रोश और दुख का माहौल है। शहीद जवानों की खबर से लोग स्तब्ध हैं और उनके परिवारों के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त कर रहे हैं। स्थानीय लोग इस हमले को कायराना हरकत मानते हैं और उन्होंने इसे देश के खिलाफ एक बड़ी साजिश करार दिया है।

सुरक्षा बलों का समर्थन

हमले के तुरंत बाद, बड़ी संख्या में लोग सड़कों पर उतर आए और सुरक्षा बलों के समर्थन में प्रदर्शन किए। लोगों ने सुरक्षा बलों के प्रयासों की सराहना की और आतंकवादियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की। उन्होंने यह विश्वास व्यक्त किया कि सुरक्षा बल जल्दी ही आतंकवादियों को पकड़ने में सफल होंगे।

शांति की अपील

स्थानीय नेताओं और समाजिक संगठनों ने जनता से शांति बनाए रखने की अपील की है। उन्होंने कहा कि इस मुश्किल घड़ी में जनता को धैर्य और संयम से काम लेना चाहिए और सुरक्षा बलों के साथ सहयोग करना चाहिए। कई स्थानों पर प्रार्थना सभाएं आयोजित की गईं, जहां लोगों ने शहीद जवानों के लिए श्रद्धांजलि अर्पित की और उनके परिवारों के लिए प्रार्थना की।

सुरक्षा में सुधार की मांग

जनता ने स्थानीय प्रशासन और सरकार से सुरक्षा उपायों को और कड़ा करने की मांग की है। लोगों का कहना है कि सुरक्षा बलों की गश्त और निगरानी बढ़ाई जानी चाहिए ताकि इस तरह की घटनाएं दोबारा न हों। स्थानीय व्यापारियों और निवासियों ने भी अपने इलाके में अधिक पुलिस उपस्थिति की मांग की है।

सामुदायिक एकता

इस हमले ने समुदाय को और भी एकजुट कर दिया है। लोग एकजुट होकर आतंकवाद के खिलाफ खड़े हो गए हैं और उन्होंने यह संदेश दिया है कि आतंकवादियों के नापाक इरादे कभी सफल नहीं होंगे। कई स्थानों पर समुदायों ने संयुक्त रूप से आतंकवाद के खिलाफ रैलियां और सभाएं आयोजित कीं।

सोशल मीडिया पर प्रतिक्रिया

सोशल मीडिया पर भी जनता की तीखी प्रतिक्रियाएं देखने को मिल रही हैं। लोग हमले की निंदा कर रहे हैं और शहीद जवानों को श्रद्धांजलि अर्पित कर रहे हैं। साथ ही, वे सुरक्षा बलों के सर्च ऑपरेशन का समर्थन कर रहे हैं और जल्द से जल्द आतंकवादियों को पकड़ने की उम्मीद जता रहे हैं।

भविष्य की कार्रवाई

जम्मू-कश्मीर के कठुआ जिले में हुए आतंकी हमले के बाद सुरक्षा बलों और प्रशासन ने यह स्पष्ट कर दिया है कि आतंकवादियों के खिलाफ सख्त और निर्णायक कदम उठाए जाएंगे। भविष्य की कार्रवाई की दिशा में निम्नलिखित कदम उठाए जाएंगे:

निरंतर सर्च ऑपरेशन

सुरक्षा बलों ने यह सुनिश्चित किया है कि सर्च ऑपरेशन तब तक जारी रहेगा जब तक सभी आतंकवादियों को पकड़ नहीं लिया जाता या मार नहीं गिराया जाता। आधुनिक उपकरणों और तकनीकों का उपयोग करते हुए, हेलीकॉप्टर और ड्रोन की मदद से, सुरक्षा बल इलाके की गहन तलाशी लेना जारी रखेंगे।

सुरक्षा व्यवस्था का सुदृढ़ीकरण

हमले के बाद सुरक्षा व्यवस्था को और मजबूत किया जाएगा। संवेदनशील इलाकों में सुरक्षा बलों की गश्त बढ़ाई जाएगी और चेकपॉइंट्स पर निगरानी कड़ी की जाएगी। सभी प्रवेश और निकास बिंदुओं पर कड़ी नजर रखी जाएगी ताकि किसी भी संदिग्ध गतिविधि को तुरंत रोका जा सके।

सामरिक ठिकानों की सुरक्षा

सुरक्षा बल महत्वपूर्ण और सामरिक ठिकानों की सुरक्षा को और कड़ा करेंगे। इसके लिए विशेष बलों और कमांडो की तैनाती की जाएगी ताकि किसी भी संभावित खतरे को तुरंत नष्ट किया जा सके।

आतंकवादियों के नेटवर्क पर प्रहार

भविष्य की कार्रवाई का एक महत्वपूर्ण हिस्सा आतंकवादियों के नेटवर्क को ध्वस्त करना होगा। इसके लिए सुरक्षा एजेंसियों द्वारा खुफिया जानकारी का आदान-प्रदान और संयुक्त ऑपरेशन चलाए जाएंगे। आतंकवादियों के वित्तीय और लॉजिस्टिक सपोर्ट को भी निशाना बनाया जाएगा।

सामुदायिक भागीदारी

स्थानीय समुदाय की भागीदारी को प्रोत्साहित किया जाएगा ताकि सुरक्षा बलों को समय पर सही जानकारी मिल सके। लोगों से अपील की जाएगी कि वे किसी भी संदिग्ध गतिविधि की सूचना तुरंत सुरक्षा बलों को दें। इसके अलावा, समुदाय के नेताओं और सामाजिक संगठनों के साथ मिलकर शांति और सुरक्षा के प्रति जागरूकता अभियान चलाए जाएंगे।

राजनीतिक और कूटनीतिक प्रयास

सरकार आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में राजनीतिक और कूटनीतिक प्रयास भी तेज करेगी। अंतरराष्ट्रीय स्तर पर समर्थन हासिल करने और आतंकवाद को प्रायोजित करने वाले तत्वों पर दबाव डालने के लिए विभिन्न मंचों का उपयोग किया जाएगा।

मानसिक और भावनात्मक समर्थन

शहीद जवानों के परिवारों और हमले से प्रभावित लोगों को मानसिक और भावनात्मक समर्थन प्रदान करने के लिए विशेष काउंसलिंग सत्र आयोजित किए जाएंगे। इसके अलावा, घायल जवानों के इलाज और पुनर्वास के लिए विशेष योजनाएं लागू की जाएंगी।

निष्कर्ष

भविष्य की कार्रवाई स्पष्ट रूप से यह संकेत देती है कि आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में कोई कोताही नहीं बरती जाएगी। सुरक्षा बल और प्रशासन मिलकर हर संभव कदम उठाएंगे ताकि इलाके में शांति और सुरक्षा बहाल हो सके। जनता का सहयोग और समर्थन इस संघर्ष में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा और आतंकवादियों के नापाक इरादों को विफल करेगा।

FAQ (अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न)

प्रश्न 1: आतंकवादी हमले में कितने जवान शहीद हुए हैं? उत्तर: हमले में कई जवान शहीद हुए हैं, हालांकि सटीक संख्या अभी तक स्पष्ट नहीं है।

प्रश्न 2: सर्च ऑपरेशन कैसे चलाया जा रहा है? उत्तर: सर्च ऑपरेशन में हेलीकॉप्टर, ड्रोन और आधुनिक उपकरणों का उपयोग किया जा रहा है। सभी एंट्री और एग्जिट पॉइंट्स को सील कर दिया गया है।

प्रश्न 3: राष्ट्रपति ने हमले पर क्या प्रतिक्रिया दी है? उत्तर: राष्ट्रपति ने हमले की कड़ी निंदा की है और आतंकवादियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की मांग की है। उन्होंने शहीद जवानों के परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त की है।

प्रश्न 4: स्थानीय जनता की प्रतिक्रिया कैसी है? उत्तर: स्थानीय जनता बहुत आक्रोशित है और उन्होंने सुरक्षा बलों के समर्थन में प्रदर्शन किया है। वे आतंकवादियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग कर रहे हैं।

प्रश्न 5: भविष्य में क्या कार्रवाई की जाएगी? उत्तर: सर्च ऑपरेशन तब तक जारी रहेगा जब तक सभी आतंकवादियों को पकड़ नहीं लिया जाता या मार नहीं गिराया जाता। सरकार ने सुरक्षा बलों को हर संभव सहायता देने का वादा किया है।

तो आज हमने आपको आतंकियों की तलाश में सर्च ऑपरेशन, राष्ट्रपति ने कहा- आतंकवादियों के खिलाफ हो कठोर कार्रवाई के बारे में जानकारी दी। अगर आपको यह जानकारी पसंद आई हो तो कृपया इसे अपने दोस्तों के साथ शेयर करें और हमें फॉलो करना न भूलें।

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