झारखंड अपराध समाचार: रंगे हाथ पकड़ाया दारोगा, ACB ने जाल बिछाकर किया गिरफ्तार!

झारखंड में एक दारोगा को रिश्वत लेते हुए पकड़ा गया, ACB की टीम ने जाल बिछाकर उसे गिरफ्तार किया। अधिक जानकारी पाने के लिए पढ़ें।

झारखंड अपराध समाचार: रंगे हाथ  पकड़ाया  दारोगा, ACB ने जाल बिछाकर किया गिरफ्तार!
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झारखंड अपराध समाचार: रिश्वत लेते रंगे हाथ पकड़ा दारोगा, ACB की टीम ने जाल बिछाकर किया गिरफ्तार

समाचार सारांश

झारखंड में अधिकारियों की रिश्वत लेने वाले एक दारोगा को एंटी करप्शन ब्यूरो (ACB) की टीम ने जाल बिछाकर गिरफ्तार किया है। इस मामले में विशेषज्ञ टीम ने व्यक्ति के रंगे हाथ पकड़ने का सबूत प्राप्त किया है।

(Table of Contents)

  • समाचार सारांश
  • घटना का विवरण
  • अपराधिक कार्रवाई
  • FAQ (पूछे जाने वाले प्रश्न)
  • सारांश
  • daroga rishwat lete arrest hua

भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) की झारखंड की टीम ने मंगलवार रात रातू थाने के दारोगा सत्येंद्र सिंह को रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार कर लिया। दरोगा ने आवेदिका से उसके पति को एक केस से बचाने के एवज में एक लाख रुपये मांगे थे, और 35 हजार रुपये की पहली किस्त लेते हुए रंगे हाथ गिरफ्तार किया गया। शिकायतकर्ता ने दारोगा को एसीबी में शिकायत दी।रातू थाने के दारोगा सत्येंद्र सिंह को मंगलवार को एसीबी झारखंड की टीम ने 35 हजार रुपये की रिश्वत लेते रंगे हाथ गिरफ्तार किया था।

एसीबी रांची ने अब तक नौ ट्रैप केस दर्ज किए हैं। इस मामले की शिकायतकर्ता बबीता कुमारी हैं, जो रातू थाना क्षेत्र के कृष्णा नगर काठीटांड़ निवासी हैं।उन्हें एसीबी में शिकायत दी गई कि उनके पति विजय कुमार सिंह के खिलाफ रातू थाने में दो केस (175/24 व 176/24) दर्ज हैं, जिसमें उन्हें नामजद अभियुक्त बनाया गया है। उन पर गोली चलाने का आरोप लगाया गया है। महिला ने कहा कि दोनों केस फर्जी हैं। दोनों केसों का अनुसंधानकर्ता दारोगा सत्येंद्र सिंह है।

दारोगा सत्येंद्र सिंह ने बबीता कुमारी से उसके पति को केस से निकालने और उसके पक्ष में एक अच्छी डायरी लिखने के एवज में एक लाख रुपये की मांग की। वह रिश्वत लेकर काम करना नहीं चाहती थी। उसने दारोगा के खिलाफ एसीबी को लिखित शिकायत दी।

एसीबी ने शिकायत की पुष्टि की

एसीबी ने पुलिस निरीक्षक स्तर के अधिकारी से शिकायत की पुष्टि की। महिला ने दारोगा सत्येंद्र सिंह को बताया कि वह सिर्फ सत्तर हजार रुपये दे सकती है।

दारोगा सत्येंद्र सिंह ने इस पर सहमति दी और पहली किश्त में 35 हजार रुपये देने की घोषणा की। सत्यापन में मामला सही पाए जाने पर 24 जून को एसीबी ने कांड संख्या 09/2024 दर्ज किया।

दारोगा छोटानागपुर राज हाई स्कूल परिसर से गिरफ्तार

रातू थाने के दारोगा सत्येंद्र सिंह को मंगलवार को छोटानागपुर राज हाई स्कूल में परीक्षा देनी पड़ी। वहाँ मदरसा बोर्ड की परीक्षा हुई।यहीं पर दारोगा ने महिला को पहली किश्त के 35 हजार रुपये लेने के लिए बुलाया था। महिला पूरी तैयारी के साथ एसीबी की टीम के निर्देशन में वहां गई थी।

एसीबी की टीम और उसके अधिकारी सादे लिबास में पहले से तैयार थे, वहां अपना जाल बिछा रखा था। जब महिला ने दारोगा सत्येंद्र सिंह को 35 हजार रुपये की पहली किश्त दे दी, तो एसीबी की टीम ने उसे रंगे हाथ पकड़ लिया।

दारोगा को एसीबी थाना भेजा गया, जहां उससे पूछताछ की गई। एसीबी जांच कर रही है कि दारोगा सत्येंद्र सिंह ने रिश्वत लेकर अवैध संपत्ति भी बनाई है।

घटना का विवरण

झारखंड में हाल ही में एक दारोगा को रिश्वत लेते हुए पकड़ा गया है। एंटी करप्शन ब्यूरो (ACB) की टीम ने इस मामले में एक जाल बिछाकर गिरफ्तारी की। दावा है कि दारोगा ने रिश्वत लेते हुए विभागीय कार्यों में शामिल था और ACB की विशेषज्ञ टीम ने इसका पर्याप्त सबूत इकट्ठा किया है। इस घटना के संदर्भ में अधिक विवरण और अपडेट्स के लिए समाचार के नवीनतम स्रोतों का सहारा लिया जा रहा है।

अपराधिक कार्रवाई

दारोगा की गिरफ्तारी के बाद, अब ACB ने उसके खिलाफ अपराधिक कार्रवाई की प्रक्रिया शुरू की है। इस मामले में अधिक जांच और अपराधिक कार्रवाई के तहत उचित कानूनी कदम उठाए जाने की उम्मीद है। ACB ने समय-समय पर समाचार और अपडेट्स प्रदान करते हुए लोगों को इस मामले से जुड़ी सटीक जानकारी प्राप्त करने का माध्यम बनाया है।

समाजिक प्रभाव

यह मामला समाज में भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई में एक महत्वपूर्ण कदम है। लोगों को इस घटना से यह संदेश मिलता है कि अपराध और भ्रष्टाचार को स्वीकार्य नहीं माना जाएगा। यह ACB और राज्य पुलिस के प्रयासों का परिणाम है जो समाज को सुरक्षित और न्यायिक बनाने के लिए काम कर रहे हैं।

निष्कर्ष

झारखंड में ACB द्वारा की गई इस गिरफ्तारी ने साबित किया है कि कानूनी संरक्षण के माध्यम से समाज की रक्षा किया जा सकता है। इस मामले से यह साबित होता है कि अपराधिक गतिविधियों के खिलाफ लड़ाई में जुदाई नहीं बरती जा रही है और समाज को इन गतिविधियों से बचाने के लिए जागरूक किया जा रहा है।

झारखंड की इस घटना ने सामाजिक रूप से भी महत्वपूर्ण संदेश दिया है और लोगों को अपराधिक गतिविधियों के खिलाफ समृद्ध लड़ाई में शामिल होने की प्रेरणा दी है।

भविष्य के लिए प्रस्तुतीकरण

इस लेख ने झारखंड में हुए एक महत्वपूर्ण अपराध के बारे में समाचार और समाज को जागरूक करने का कार्य किया है। यह समाचार आम लोगों के लिए जागरूकता फैलाने में मददगार साबित हो सकता है और उन्हें अपराधिक गतिविधियों से बचने के लिए सक्रिय होने की प्रेरणा दे सकता है। इस घटना की जानकारी सार्वजनिक तौर पर प्रस्तुत करने से यह सुनिश्चित होता है कि समाज में न्याय और व्यवस्था का विश्वास बना रहे।

इस प्रकार, झारखंड राज्य में हो रही अपराधिक गतिविधियों के खिलाफ उचित कार्रवाई का विशेष उदाहरण प्रस्तुत किया गया है। ACB की इस उपलब्धि से राज्य की पुलिस और अन्य संविधानिक अधिकारियों की महत्वपूर्ण भूमिका को भी प्रस्तुत किया गया है।

यह लेख जानकारीपूर्ण और शिक्षाप्रद है, जो आगे बढ़ते समय में भी सामाजिक उत्थान में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है। इसके माध्यम से अपराधिकता के खिलाफ समाज में सचेतता और यथार्थ का समर्थन किया जा सकता है।

FAQ (पूछे जाने वाले प्रश्न)

1. इस मामले में क्या रिश्वत की राशि थी?

इस मामले में रिश्वत की राशि के बारे में अभी तक स्पष्टता नहीं है। ACB द्वारा जांच जारी है।

2. ACB कैसे इस मामले का पता लगा?

ACB ने इस मामले के लिए विशेषज्ञ जांच टीम बनाई और रंगे हाथ पकड़ने के लिए जाल बिछाया।

  1. तो आज हमने आपको झारखंड अपराध समाचार: रंगे हाथ पकड़ा दारोगा, ACB ने जाल बिछाकर किया गिरफ्तार के बारे में जानकारी दी। अगर आपको यह जानकारी पसंद आई हो तो कृपया इसे अपने दोस्तों के साथ शेयर करें और हमें फॉलो करना न भूलें।

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