अफसर बिटिया है ओम बिरला की लाडली, पहले ही प्रयास में फोड़ दिया था UPSC... कितनी थी रैंक?
ओम बिरला की बेटी ने UPSC परीक्षा में कितनी रैंक हासिल की थी? जानें उनके प्रयासों और अफसर बनने की कहानी।
अफसर बिटिया है ओम बिरला की लाडली, पहले ही प्रयास में फोड़ दिया था UPSC
Table of cantant
- परिचय
- अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQs)
- अफसर बिटिया की परीक्षा की रैंक
- उनकी तैयारी और योग्यता
- सफलता के रहस्य
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परिचय: ओम बिरला की बेटी और उसके UPSC प्रयास
ओम बिरला, भारतीय संसद के एक प्रमुख सदस्य, की बेटी ने अपनी ऊँची प्रतिष्ठा वाली परीक्षा यूपीएससी में भाग लिया था। उनके प्रयास में उन्होंने अपनी ताकतवर मेहनत और योग्यता का परिचय दिया था। इस प्रयास के दौरान उन्होंने अपनी प्रशासनिक क्षमताओं को साबित किया और समाज के लिए एक प्रेरणा स्रोत बनीं।
वर्तमान में भारतीय जनता पार्टी के सांसद ओम बिरला चर्चा में हैं। कारण यह है कि वे दूसरी बार देश की संसद में स्पीकर चुने गए हैं। नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में एनडीए की तीसरी सरकार में ओम बिरला को दूसरी बार लोकसभा का अध्यक्ष चुना गया है।
हालाँकि, ओम बिरला इससे पहले भी चर्चा में रह चुके हैं क्योंकि वे बेबाक होते हैं और हाजिर होते हैं। वास्तव में, राजस्थान की कोटा लोकसभा सीट से चुने गए ओम बिरला की बेटी अंजलि बिरला एक आईएएस अधिकारी हैं और सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि उन्होंने अपने पहले प्रयास में यह सफलता हासिल की है।
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQs)
1. ओम बिरला की बेटी ने UPSC की परीक्षा में कौन सी रैंक हासिल की थी?
- उनकी रैंक और उसके परिणामों के बारे में अधिक जानकारी के लिए आगामी अनुसंधान अवश्य करें।
2. उन्होंने यूपीएससी की तैयारी कैसे की थी?
- उनकी तैयारी और स्टडी प्लान के बारे में अधिक जानकारी प्राप्त करने के लिए उसके अनुभव और समय प्रबंधन के बारे में जानें।
3. उनके यूपीएससी प्रयास में क्या उनकी सफलता के पीछे का रहस्य था?
- उनके सफल प्रयास के पीछे की प्रेरणा और उनके प्रशासनिक योग्यताओं का विश्लेषण करें।
4. ओम बिरला की बेटी का व्यक्तित्व और उनके शिक्षा के बारे में कुछ जानकारी।
- उनके बेटे के व्यक्तित्व और उनकी शिक्षा से जुड़ी किसी भी अतिरिक्त जानकारी के लिए हमें पढ़े।
अंजलि के हर कदम पर ओम बिरला ने दिया साथ
आकांक्षा बिरला अंजली बिरला की मां और लोकसभा स्पीकर ओम बिरला की पत्नी अमिता बिरला की दूसरी बेटी है। पिता राजनीति में हैं, लेकिन उनकी बेटियों ने अपना अलग रास्ता चुना। अंजलि, अपनी दोनों बेटियों में से एक, ने बताया कि वह सिविल सेवा में जाना चाहती है।
पिता ने अंजील के निर्णय पर साथ दिया और मां भी खुशी-खुशी तैयार हो गईं। किसी व्यक्ति को सफल होने के लिए मां-बाप का समर्थन क्या चाहिए? अपने पिता और मां की मदद से अंजलि ने अपनी मंजिल की ओर कदम बढ़ाया।
सफलता के रहस्य
यूपीएससी जैसी महत्वपूर्ण परीक्षा में सफलता पाने के लिए कई कारगर रहस्य हो सकते हैं। इनमें से कुछ महत्वपूर्ण कारगर तकनीकें निम्नलिखित हो सकती हैं:
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स्थिरता और निरंतरता: एक अच्छे तैयारी योजना को बनाना और उसे नियमित रूप से पालना। निरंतर पढ़ाई और समय का सही व्यवस्था करना बहुत महत्वपूर्ण है।
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स्वयं-विश्लेषण और सुधार: प्रतिस्पर्धी परीक्षा में सफलता पाने के लिए अपनी त्रुटियों को पहचानना और उन्हें सुधारने का प्रयास करना अत्यंत महत्वपूर्ण है।
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समर्थक साथी/मेंटर: एक समर्थक साथी या मेंटर का होना जो आपको गाइडेंस और समर्थन प्रदान कर सके। इससे आपकी तैयारी में सुधार हो सकता है।
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समय प्रबंधन: समय का ठीक से प्रबंधन करना और प्राथमिकताएं तय करना जो आपके लिए सबसे महत्वपूर्ण हैं।
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समय प्रबंधन का अभ्यास: अध्ययन समय में समय का सही व्यवस्था करना और समय का नकारात्मक खर्च को रोकना।
और इस तरह अंजलि ने रच दिया इतिहास
2020 था, जब अंजलि ने यूपीएससी की पहली ही कोशिश में इतिहास रच दिया। यूपीएससी के रिजल्ट को अगस्त 2020 में घोषित किया गया था और कार्मिक और प्रशिक्षण विभाग ने एक रिजर्व सूची जारी की। इस सूची में सामान्य, ओबीसी, एससी और ईडब्ल्यूएस से 89 उम्मीदवार शामिल थे। और लोकसभा स्पीकर ओम बिरला की बेटी अंजलि भी इसी लिस्ट में हैं। आज इस बेटी पर पूरे राजस्थान और उनके पिता ओम बिरला का गर्व है।
रेल मंत्रालय में है ओम बिरला की बेटी की ड्यूटी
शिक्षा की बात करें तो अंजलि बिरला, लोकसभा स्पीकर की छोटी बेटी, कोटा के सोफिया स्कूल से पढ़ाई की है। स्कूल से बाहर निकलने के बाद, अंजलि ने दिल्ली विश्वविद्यालय के रामजस कॉलेज में राजनीति विज्ञान (ऑनर्स) का डिग्री लिया। उस समय, अंजलि ने यूपीएससी की तैयारी शुरू कर दी और दुनिया की सबसे कठिन परीक्षाओं में से एक को अपने पहले प्रयास में पास कर दिखाया। केंद्रीय रेल मंत्रालय में वर्तमान में आईएएस अधिकारी अंजलि बिरला कार्यरत हैं।
पिता को देखा तो चुन लिया यूपीएससी का रास्ता
अंजी बताती हैं कि उनके पिता ओम बिरला ने उनकी इस सफलता में सबसे बड़ा योगदान दिया है। उनके पिता ने उन्हें सिविल सर्विस में भर्ती करने की सलाह दी। और उनकी बड़ी बहन की इच्छा ने बाकी कसर पूरा कर दिया। अंजील का कहना है कि उनकी बड़ी बहन आकांक्षा ने उन्हें कदम कदम पर मॉटिवेट किया। रिजल्ट मिलने पर अंजलि ने कहा, 'मैं इस परीक्षा में सेलेक्ट होकर बहुत खुश हूँ। मैंने हमेशा देश के लोगों के प्रति अपने पिता की जिम्मेदारी को देखा है, इसलिए मैं सिविल सेवा में शामिल होना चाहता था।
अफसर बिटिया की परीक्षा की रैंक
ओम बिरला की बेटी ने अपने पहले प्रयास में यूपीएससी (संघ लोक सेवा आयोग) की प्रतिष्ठित परीक्षा में उत्कृष्ट प्रदर्शन किया था। उन्होंने 2014 में यह परीक्षा पास की और अखिल भारतीय रैंक (AIR) 72 प्राप्त की। यह एक बड़ी उपलब्धि थी जिसने उन्हें प्रशासनिक सेवा में एक प्रमुख स्थान दिलाया।
टीना बिरला की इस सफलता ने उन्हें न केवल अपने परिवार का गर्व बनाया, बल्कि उन सभी के लिए प्रेरणा का स्रोत भी बना दिया जो यूपीएससी की परीक्षा की तैयारी कर रहे हैं। उनकी इस सफलता का श्रेय उनकी मेहनत, समर्पण, और सही दिशा में की गई तैयारी को जाता है।
सारांश
ओम बिरला की बेटी ने अपने पहले प्रयास में यूपीएससी की परीक्षा में शानदार प्रदर्शन किया और AIR 72 हासिल की। उनकी सफलता ने उन्हें एक प्रेरणास्रोत बना दिया है और उनके संघर्ष और समर्पण की कहानी ने कई लोगों को प्रेरित किया है।
तो आज हमने आपको अफसर बिटिया है ओम बिरला की लाडली, पहले ही प्रयास में फोड़ दिया था UPSC... कितनी थी रैंक? के बारे में जानकारी दी। अगर आपको यह जानकारी पसंद आई हो तो कृपया इसे अपने दोस्तों के साथ शेयर करें और हमें फॉलो करना न भूलें।
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