यूक्रेन में युद्ध लड़ रहे भारतीयों की होगी स्वदेश वापसी... PM मोदी की अपील पर पुतिन का बड़ा फैसला
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अपील पर रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने यूक्रेन में युद्ध लड़ रहे भारतीय नागरिकों की सुरक्षित स्वदेश वापसी का बड़ा फैसला लिया है। इस निर्णय से भारतीय परिवारों को बड़ी राहत मिली है।
यूक्रेन में भारतीयों की सुरक्षा: पुतिन ने सुनाई बड़ी संज्ञाना
संवाद
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अपील पर, रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने यूक्रेन में फंसे भारतीय नागरिकों की सुरक्षा को लेकर बड़ा फैसला सुनाया है। इसके परिणामस्वरूप, भारतीय नागरिकों के लिए स्वदेश वापसी की व्यवस्था की जा रही है। यह फैसला उन सभी भारतीय परिवारों के लिए एक बड़ी राहत है, जिनके अपने यूक्रेन में बच्चे, पति या पत्नी फंसे हुए थे।
Table of cantent
- परिचय
- पुतिन का फैसला
- मोदी जी की अपील
- भारतीयों की सुरक्षा
- स्वदेश वापसी की योजना
- फैक्ट्स एंड फिगर्स (FAQs)
परिचय
यूक्रेन में तनाव बढ़ता जा रहा है और इसमें फंसे विदेशी नागरिकों की सुरक्षा एक महत्वपूर्ण मुद्दा बन गया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारतीय नागरिकों की सुरक्षा को लेकर उच्च स्तरीय चर्चा की और रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने इस पर ध्यान देते हुए एक महत्वपूर्ण निर्णय लिया है। अब भारतीय नागरिकों की सुरक्षा के साथ-साथ उनकी स्वदेश वापसी की योजना तेजी से कार्यान्वित की जा रही है।
प्रधानमंत्री मोदी फिलहाल रूस में हैं। प्रधानमंत्री मोदी ने राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के निमंत्रण पर मॉस्को का दौरा किया है। माना जाता है कि यह बैठक बहुत महत्वपूर्ण है। कोरोनावायरस के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पहली बार रूस गए हैं।
साथ ही, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रूस के दौरे पर राष्ट्रपति पुतिन से रूसी सेना में सेवारत भारतीयों की स्वदेश वापसी का मुद्दा उठाया। प्रधानमंत्री मोदी ने इसके बाद राष्ट्रपति पुतिन से कहा कि भारतीयों की देश जल्द ही वापस आ जाएगी।
पुतिन का फैसला
रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने यूक्रेन में फंसे भारतीय नागरिकों की सुरक्षा को लेकर महत्वपूर्ण कदम उठाया है। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अपील पर संज्ञान लेते हुए इस मुद्दे पर चर्चा की और सुरक्षा को लेकर त्वरित निर्णय लिया है। इस निर्णय के बाद, भारतीय नागरिकों को उनकी सुरक्षा की पूरी गारंटी दी गई है और उनकी स्वदेश वापसी की योजना तेजी से कार्यान्वित की जा रही है।
मोदी जी की अपील
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने यूक्रेन में फंसे भारतीय नागरिकों की सुरक्षा को लेकर रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से सहयोग के लिए अपील की थी। उन्होंने इस मुद्दे पर उच्च स्तरीय चर्चा की और भारतीय नागरिकों की सुरक्षा के लिए तत्परता दिखाई। प्रधानमंत्री ने रूसी सरकार से सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए शक्तिशाली कदम उठाने की अपील की थी,
जिसके परिणामस्वरूप रूसी राष्ट्रपति ने भारतीय नागरिकों की सुरक्षा को लेकर महत्वपूर्ण निर्णय लिया। इस अपील ने सुनिश्चित किया कि भारतीय नागरिकों को उनकी सुरक्षा की पूरी गारंटी मिले और उन्हें स्वदेश वापस लाने के लिए आवश्यक कदम उठाए जाएं।
भारतीयों की सुरक्षा
यूक्रेन में व्याप्त तनाव के दौरान भारतीय नागरिकों की सुरक्षा एक प्राथमिक मुद्दा बन गया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस मामले को गंभीरता से लेकर चर्चा की और रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से इस मुद्दे पर विस्तार से बातचीत की।
पुतिन के फैसले के बाद, भारतीय सरकार ने तत्परता से काम किया है और यूक्रेन में फंसे भारतीय नागरिकों की सुरक्षा के लिए सभी आवश्यक कदम उठाए हैं। इसके परिणामस्वरूप, भारतीय नागरिकों को उनकी सुरक्षा की पूरी गारंटी दी गई है और उनकी स्वदेश वापसी की प्रक्रिया शुरू की गई है।
स्वदेश वापसी की योजना
भारतीय सरकार ने यूक्रेन में फंसे भारतीय नागरिकों की सुरक्षा और स्वदेश वापसी की योजना को तेजी से कार्यान्वित किया है। इसके अंतर्गत, सभी आवश्यक प्रक्रियाएं और कदम लिए गए हैं ताकि ये नागरिक बिना किसी समस्या के सुरक्षित रूप से भारत वापस आ सकें। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अग्रणी नेतृत्व में, सरकार ने उनकी सुरक्षा के लिए सभी आवश्यक संसाधन उपलब्ध कराए हैं और उनके स्वदेश वापसी के लिए समयबद्ध योजना तैयार की गई है।
क्या है पूरा मामला
वास्तव में, पहले रिपोर्टों में कहा गया था कि भारतीयों को रूसी सेना के साथ यूक्रेन के खिलाफ लड़ने के लिए मजबूर किया जा रहा है। भारतियों को धोखे से सीमा पर सुरक्षा सहायकों के रूप में भेजा जा रहा है। The Hindu ने बताया कि नवंबर 2023 से लगभग 18 भारतीय रूस-यूक्रेन सीमा पर फंसे हुए हैं। इस दौरान एक व्यक्ति भी मर गया है। उत्तर प्रदेश, गुजरात, पंजाब और जम्मू-कश्मीर से भी कई युवा इस युद्ध में फंस गए हैं।
असदुद्दीन ओवैसी ने लिखा था पत्र
रूस और यूक्रेन के बीच चल रहे युद्ध में हैदराबाद का एक युवा भी घायल हो गया था। युवा ने सोशल मीडिया पर भारत सरकार से मदद की मांग की। पीड़ित व्यक्ति का परिवार इसके बाद AIMIM सांसद असदुद्दीन ओवैसी से संपर्क करने लगा। 25 जनवरी को ओवैसी ने विदेश मंत्री एस जयशंकर और मॉस्को में भारतीय दूतावास को पत्र लिखा। इसमें उन्होंने युवक को वापस लाने के लिए सरकार से मदद की मांग की।
समाप्ति
यूक्रेन में व्याप्त तनाव और भारतीय नागरिकों की सुरक्षा के संबंध में यह फैसला एक महत्वपूर्ण कदम है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के इस संवाद के बाद, भारतीय नागरिकों को उनकी सुरक्षा की पूरी गारंटी है और स्वदेश वापसी की प्रक्रिया शीघ्र शुरू हो रही है। यह निर्णय भारतीय समुदाय के लिए एक बड़ी राहत है और इसकी सराहना की जानी चाहिए कि राष्ट्रपति पुतिन ने भारतीय सरकार की अपील को त्वरित प्रतिक्रिया देकर इस मामले में सकारात्मक कदम उठाया।
फैक्ट्स एंड फिगर्स (FAQs)
1. यूक्रेन में फंसे भारतीय नागरिकों के लिए सुरक्षा कैसे सुनिश्चित की जा रही है?
- भारतीय सरकार ने यूक्रेन के भीतर अपनी सुरक्षा टीमें सक्रिय कर दी हैं और संबंधित स्थानों पर उपस्थिति बढ़ाई है। वहां के स्थानीय अधिकारियों के साथ संपर्क स्थापित कर सुरक्षा सुनिश्चित की जा रही है।
2. स्वदेश वापसी की प्रक्रिया में कौन-कौन से कदम उठाए गए हैं?
- स्वदेश वापसी के लिए भारतीय नागरिकों को निकटतम सुरक्षित स्थानों पर ले जाने के लिए विशेष विमान और संचार सेवाएं उपलब्ध कराई गई हैं। उन्हें समर्थन प्रदान किया जा रहा है ताकि वे सुरक्षित रूप से भारत लौट सकें।
3. भारतीय सरकार ने यूक्रेन में फंसे भारतीय नागरिकों के परिवार सदस्यों के लिए क्या सुविधाएं प्रदान की हैं?
- सरकार ने यूक्रेन में फंसे भारतीय नागरिकों के परिवार सदस्यों के लिए आवश्यक संबंधित सेवाएं उपलब्ध कराई हैं जिसमें संचार, सहायता और सुरक्षा सम्बंधित सहायता शामिल है।
4. क्या भारतीय नागरिक यूक्रेन में फंसे अन्य विदेशी नागरिकों के साथ कैसे संवादित हो सकते हैं?
- भारतीय नागरिक यूक्रेन में फंसे अन्य विदेशी नागरिकों के साथ स्थानीय भाषा या अंग्रेजी का उपयोग कर संवादित हो सकते हैं। स्थानीय अधिकारियों से संपर्क स्थापित कर उपयुक्त सहायता प्राप्त की जा सकती है।
5. क्या यूक्रेन में फंसे भारतीय नागरिकों के लिए कोई आपातकालीन संगठन या हेल्पलाइन है?
- हां, भारतीय सरकार ने यूक्रेन में फंसे भारतीय नागरिकों के लिए आपातकालीन संगठन और हेल्पलाइन स्थापित किए हैं। उन्हें आवश्यक संसाधनों और सहायता के लिए संपर्क किया जा सकता है।
6. क्या यूक्रेन में फंसे भारतीय नागरिकों को कोई फीस या शुल्क देना होगा स्वदेश वापसी के लिए?
- भारतीय सरकार ने यूक्रेन में फंसे भारतीय नागरिकों के लिए स्वदेश वापसी के लिए कोई अतिरिक्त फीस या शुल्क नहीं लिया है। सभी आवश्यक सेवाएं सरकार द्वारा मुफ्त में प्रदान की जा रही हैं।
7. क्या भारतीय सरकार ने अपने यूक्रेन में फंसे नागरिकों के लिए कोई विशेष उपाय या सुविधा प्रदान की है?
- हां, भारतीय सरकार ने अपने यूक्रेन में फंसे नागरिकों के लिए विशेष उपाय और सुविधाएं प्रदान की हैं जिनमें समर्थन, सुरक्षा, और संचार सम्बंधित सेवाएं शामिल हैं।
8. क्या यूक्रेन में फंसे भारतीय नागरिकों के लिए कोई यात्रा निषेध या प्रतिबंध है?
- हां, वर्तमान में यूक्रेन में यात्रा पर भारतीय सरकार द्वारा निषेध लगा दिया गया है। सभी भारतीय नागरिकों को यूक्रेन से वापस आने के लिए विशेष आदेशों का पालन करना चाहिए।
तो आज हमने आपको यूक्रेन में युद्ध लड़ रहे भारतीयों की होगी स्वदेश वापसी... PM मोदी की अपील पर पुतिन का बड़ा फैसला के बारे में जानकारी दी। अगर आपको यह जानकारी पसंद आई हो तो कृपया इसे अपने दोस्तों के साथ शेयर करें और हमें फॉलो करना न भूलें।
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