दो बार मिस्टर बिहार बन चुका यह युवक, मैथिली में बनाता है रील्स,यहाँ देखे रील्स से पैसा कमाने के तरीके
यह युवक दो बार मिस्टर बिहार रह चुका है और अब मैथिली में रील्स बनाकर लाखों कमा रहा है। उसकी सफलता की कहानी।
वर्ष 2019 में महज 21 साल की उम्र में प्रणव बॉडी बिल्डिंग कंपटीशन में मिस्टर बिहार रह चुके हैं - एक उदाहरण जो सपनों को हकीकत में बदला!
प्रणव की सफलता का रास्ता बहुत अनोखा है, जिसने उन्हें एक गाँवी और ग्रामीण परिवेश से लेकर मिस्टर बिहार तक पहुँचाया। वे एक सेल्फ-मेड उद्यमी के रूप में अपनी कहानी सुनाते हैं।
Table of Contents
Sr# | Headings |
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1. | शुरुआती जीवन |
2. | प्रणव का बॉडी बिल्डिंग यात्रा |
3. | मिस्टर बिहार बनना |
4. | ग्रामीण शिक्षा का महत्व |
5. | उद्यमी बनने की प्रेरणा |
6. | सफलता के लिए प्रणव की मेहनत |
7. | व्यवसायिक विकास |
8. | प्रणव के उद्यमी मंच पर |
9. | समुदाय में योगदान |
10. | उद्यमी की सोच |
शुरुआती जीवन
प्रणव बॉडी बिल्डिंग की दुनिया में छोटे गाँव से उभरे, जहाँ स्थानीय स्कूल उनकी शिक्षा का केंद्र रहे। गाँवी वातावरण ने उनके व्यक्तित्व को मजबूत बनाया और उन्हें व्यक्तिगत और व्यापारिक दोनों जगह सफल होने की प्रेरणा दी।
प्रणव का बॉडी बिल्डिंग यात्रा
उनकी बॉडी बिल्डिंग यात्रा 2019 में उनकी मिस्टर बिहार प्राप्ति के साथ शुरू हुई, जो उनके उत्कृष्ट प्रदर्शन और परिश्रम का परिणाम था। इसे उनकी व्यक्तिगत उपलब्धियों का एक महत्वपूर्ण कदम माना जाता है।
मिस्टर बिहार बनना
वर्ष 2021 में भी, प्रणव ने अपनी प्रारंभिक सफलता को बरकरार रखते हुए मिस्टर बिहार का खिताब पुनः हासिल किया। इससे उनका उद्यमी रूप भी व्यापारिक और व्यक्तिगत दोनों जगहों पर पहचान बनाता है।
ग्रामीण शिक्षा का महत्व
उनका व्यक्तिगत जीवन और शिक्षा उनके गाँव में ही हुई, जिसने उन्हें व्यापारिक और उद्यमी सोच का सही मार्गदर्शन दिया। ग्रामीण वातावरण ने उनकी सोच को अलग दिशा दी।
उद्यमी बनने की प्रेरणा
प्रणव का कहना है कि उन्हें उद्यमी बनने की प्रेरणा उनके माता-पिता से मिली, जो उन्हें संघर्ष की गहराईयों से गुजरने की क्षमता सिखायी। इसने उनकी व्यक्तिगत और व्यापारिक उपलब्धियों को प्रेरित किया।
सफलता के लिए प्रणव की मेहनत
उनकी मिस्टर बिहार जीत उनकी अद्वितीय मेहनत का परिणाम है, जो उनके उद्यमी सोच और अथक परिश्रम का परिचायक है। वे हमेशा यह सिखाते हैं कि सपनों को पूरा करने के लिए कितना महत्वपूर्ण है कि हम अपने लक्ष्यों के प्रति प्रतिबद्ध रहें।
व्यवसायिक विकास
व्यक्तिगत सफलता के बाद, प्रणव ने एक व्यवसायिक संस्थान शुरू किया जिसमें वे युवाओं को उद्यमी बनने की प्रेरणा दे रहे हैं।